निवाई : विकास के दावों की पोल खोल रही क्षेत्र की जर्जर सड़कें
निवाई ( सच्चा सागर) किसी भी क्षेत्र की उन्नति में सड़कों का बहुत बड़ा योगदान होता है। हालांकि निवाई विधानसभा क्षेत्र की कुछ गिनी-चुनी सड़कों का ही निर्माण हुआ। मुख्य सड़कें आज भी जर्जर अवस्था में है ऐसे में इस क्षेत्र के विकास का सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। जो लोग क्षेत्र के विकास का दावा करते दंभ भरते नहीं थकते उनके दावे की भी पोल खोल रही है ये सड़कें। निवाई क्षेत्र की कुछ सड़कें तो वर्षो से निर्माण के लिए गई है। भगवान देवनारायण मंदिर जोधपुरिया सड़क का निर्माण हुआ, परंतु घटिया निर्माण सामग्री के चलते कुछ ही वर्षों सड़क फिर से जर्जर हो गई। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना इस क्षेत्र को छुआ तक नहीं। हालांकि ज्यादातर गांवों के ग्रामीण आज भी जर्जर सड़कों से जूझ रहे हैं। जिन गांवों की अधिकांश सड़कों को पिछले तीन वर्ष के दौरान दुरुस्त तक नहीं किया गया।
देवधाम जाने वाले यात्री सबसे ज्यादा परेशान
सबसे ज्यादा भगवान देवनारायण के मंदिर जोधपुरिया पहुंचने वाले यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ रही है। लोगों को अब भी कई किलोमीटर का सफर टूटी सङक से ही करना पङ रहा है ।
खतरे से खाली नहीं सफर करना
जयपुर-टोंक सङक से वनस्थली मोङ से बनस्थली विद्यापीठ, जगतपुरा ,छुरिया , जोधपुरिया , को जोङने वाली सड़क में कई-कई फुट गहरे गड्ढे हो चुके हैं। इस सड़क पर सफर करना खतरे से खाली नहीं है। इन सड़क पर दर्जनों दुर्घटनाएं हुई, कितनों के अंग भंग हो गए कितनों की जान चली गई। ऐसे में यह भी अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं कि किसानों को अपनी फसल मंडियों में लाने-ले जाने में किस तरह की परेशानी का सामना करना पड़ता होगा।
राजस्थान के प्रसिद्ध प्राचीन मंदिर देवधाम को जोङने वाली सङक जर्जर सड़क की वजह मंदिर आने वाले यात्री, ग्रामीण, किसान, राहगीर सभी परेशान हैं। लेकिन किसी भी राजनीतिक पार्टी का उनकी परेशानी से कोई लेना-देना नहीं रह गया है। ऐसे में इन ग्रामीणों को उसी का समर्थन कराना चाहिए जो उनकी सुने।
- सुरज्ञान सिंह खाटरा
अध्यक्ष मंदिर ट्रस्ट देवधाम जोधपुरिया
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