चंद रुपयों के लिये पटवारी ने ख़ौया ईमान । देवली के ऊंचा से पटवारी व दलाल 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार, बूंदी एसीबी की कार्रवाई
टोंक/देवली/दूनी(हरि शंकर माली)। चंद रुपयों के लिए पटवारी और दलाल ने अपना ईमान खो दिया। बजरी से भरे टेक्टर को छोड़ने की ऐवज में रुपयों की मांग की थी। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की कार्रवाई में क्षेत्र का एक ओर घूसखोर कर्मचारी चंगुल में आया है। गुरुवार को हुई कार्रवाई में शहर से सटे ऊंचा ग्राम पंचायत के पटवारी भैरोसिंह गुर्जर तथा उसका दलाल महेंद्र मीणा 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़े गए। यह राशि बजरी से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली को छोड़ने की एवज में मांगी गई थी।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो बूंदी के डिप्टी एसपी ज्ञानचंद मीणा ने बताया कि उक्त कार्रवाई में ऊंचा पटवारी भैरोसिंह पुत्र लीलाराम गुर्जर, निवासी नांगल चेचीका तहसील कोटपूतली जिला जयपुर को पकड़ा गया है। साथ ही उसके दलाल महेंद्र कुमार पुत्र फूलचंद मीणा निवासी रतनपुरा थाना जहाजपुर को गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने बताया कि प्रकरण में परिवादी ने नेमराज व उसके मित्र जितेंद्र कुमार मीणा ने शिकायत दी। इसमें बताया कि गत 19 फरवरी को जहाजपुर उपखंड अधिकारी दामोदर गुर्जर उनके दो ट्रैक्टर ट्रॉली को बजरी से भरे हुए पाए जाने पर पकड़ लिया गया था। बाद में पटवारी भैरोसिंह के मार्फत दलाल महेंद्र कुमार ने परिवादी से संपर्क किया तथा दोनों ट्रैक्टर ट्रॉलीयो को छोड़ने की एवज में एक लाख रुपए की मांग की। उक्त शिकायत की बूंदी एसीबी ने जांच की पुष्टि होने पर घूसखोर कर्मचारी को पकड़ने के लिए योजना बनाई गई। पटवारी की मांग के अनुरूप गुरुवार को दलाल महेंद्र कुमार मीणा ने परिवादी से 25 हजार रुपए की मांग की। यह राशि धाँधोला चौराहे पर ली गई। उधर, इशारा पाकर एसीबी बूंदी की टीम ने आरोपी पटवारी भैरोसिंह गुर्जर व दलाल महेंद्र मीणा को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद एसीबी की टीम दोनों आरोपियों को पटवार भवन ऊंचा ले आई। जहां टीम के सदस्यों ने टेप कार्यवाही पूरी की। उक्त कार्रवाई में एसीबी टीम के उपअधीक्षक ज्ञानचंद मीणा के अलावा टीम सदस्य व निरीक्षक ताराचंद, शिवनारायण सोनी, रामसिंह, जितेंद्र सिंह, राजकमल, मनोज, प्रेमप्रकाश सहित शामिल थे। कार्यवाही पूरी होने के बाद एसीबी की टीम आरोपियों को अपने साथ ले गई। वही रिश्वत लेते पकड़े जाने की सूचना पर पटवार भवन के बाहर दर्जनों ग्रामीणों की भीड़ एकत्र हो गई।।
उपखंड अधिकारी की संदेह के घेरे में -
ऊंचा ग्राम पंचायत के पटवार हल्का भैरोसिंह गुर्जर व उसके दलाल महेंद्र मीणा के रिश्वत लेते पकड़े जाने के बाद उक्त रिश्वत प्रकरण में जहाजपुर एसडीओ की भूमिका भी संदिग्ध सामने आई है। जिसकी पुष्टि भ्रष्टाचार निरोधक बूंदी के डिप्टी एसपी ज्ञानचंद मीणा ने की।
एसीबी टीम के डिप्टी एसपी मीणा ने बताया कि गत 19 फरवरी को उपखंड अधिकारी जहाजपुर दामोदर सिंह की ओर से क्षेत्र के धांधोला चौराहे पर बजरी के ट्रैक्टर-ट्रॉली पकड़े गए थे। उक्त कार्रवाई में परिवादी नेमराज मीणा व उसके दोस्त जितेंद्र मीणा ट्रैक्टर ट्रॉली भी पकड़ी गई थी। कार्रवाई के बाद एसडीओ जहाजपुर ने पटवारी भेरोसिंह गुर्जर व दलाल महेंद्र सिंह के मार्फत परिवादी से ट्रैक्टर ट्रॉली छुड़ाने की बात हुई। दलाल के जरिए एवज की राशि तय की गई। इसके बाद ट्रैक्टर-ट्रॉली भी छोड़ दिए गए। वही इसी बुधवार को परिवादी ने एसीबी में शिकायत की। उन्होंने बताया कि प्रकरण में जहाजपुर एसडीओ की भूमिका प्राथमिक तौर पर संदिग्ध है। लेकिन इसके लिए अलग से अनुसंधान अधिकारी नियुक्त किया जाएगा, जो ही मामले की जांच करेंगे। फिलहाल उन्होंने साक्ष्य के आधार पर पटवारी व उसके दलाल को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि प्रकरण से जुड़े संदिग्ध लोगों की पड़ताल के लिए मोबाइल लोकेशन सहित जांच की जाएगी। ऐसे में रिश्वत प्रकरण के जहाजपुर एसडीओ की भी भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है