मित्रपुरा तहसील क्षेत्र में 4 महीने में 4 आत्महत्या,अधिकतर प्रेम प्रसंग के मामले केसे बचे आत्महत्या से एक्सपर्ट व्यू

 मित्रपुरा तहसील क्षेत्र में 4 महीने में 4 आत्महत्या,अधिकतर प्रेम प्रसंग के मामले

केसे बचे आत्महत्या से एक्सपर्ट व्यू 



भवानी शंकर राव / राकेश चोधरी 


मित्रपुरा क्षेत्र पिछले कुछ दिनों से जिले मे आत्महत्याओं के मामले में हॉटस्पॉट बनता जा रहा है । मित्रपुरा तहसील क्षेत्र में पिछले 4 महीने में अब तक 4 के लगभग आत्महत्या कर चुके युवक युवतियों में अधिकतर मामले प्रेम प्रसंग के सामने आये है । ओर आत्महत्या करने वाले सभी युवक युवतियों की उम्र भी 20 वर्ष से 22 वर्ष के लगभग है,लगातार बढ़ती आत्महत्याओं को लेकर के ग्रामीण क्षेत्र के कई परिवार सदमे में आ गये है ।


क्षेत्र के युवाओं को नही मिल रहा प्रेरक 

मित्रपुरा तहसील क्षेत्र बढ़ती आत्महत्याओं को लेकर के जानकारी में आया कि क्षेत्र के युवा जो गलत रास्ते पर जा रहे है उनको प्रेरित करने वाले नही है । आत्महत्या करने वाले व्यक्ति का मानसिक संतुलन अव्यवस्थित हो जाता है। इसके कई कारण सामने आये जिनमे तनावपूर्ण जीवन,घरेलू समस्याएं,मानसिक रोग । जिन बच्चों में आत्महत्या के बारे में सोचने की आदत (सुसाइडल फैंटेसी) होती है, वही आत्महत्या ज्यादा करते हैं।

आत्महत्या को लेकर के एक्सपर्ट व्यू 

वही मामले को लेकर के विशेषज्ञो की प्रेम प्रसंग के मामले में राय है की ऐसे अधिकतर मामले 18 वर्ष से लेकर 25 वर्ष तक होते है इस समय युवाओ मे बढ़ती महंगाई के दौर में महंगे शोक करना,एक दूसरे से प्रतिस्पर्धा के चक्कर मे गलत गतिविधियों को अंजाम देना । वही प्रेम प्रसंग में युवा अपनी जिंदगी को उलझा लेते है ओर ऐसी स्थिति में जाने के बाद फिर ये उभर पाने की स्थिति में नही रहते है । इसलिए आत्महत्याओं में बढ़ोतरी हो रही है इसके लिए चिकित्सा विभाग भी ऐसे लोगो को ग्रामीणों की मदद से चिन्हित करके साप्ताहिक कॉउंसलिंग करवाये तो आत्महत्या के आंकड़े घटेंगे वही परिजन भी लड़के लड़कियों में डिप्रेशन ओर एंग्जाइटी की पहचान करें,डिप्रेशन के समय अपने बच्चो को अकेला नही छोड़े ,आत्महत्या का ख्याल आते ही बच्चे संकेत देने लगते है उन्हें नजर अंदाज नही करें,कॉउंसलिंग,दवाओं के साथ अपने बच्चो के प्रति व्यवहार शालीन बनाये ताकि तनाव से जल्दी उभर पाये

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने