कृषि महाविद्यालय के छात्रों को विभिन्न फसलों पर चल रहे अनुसंधानो से अवगत करवाया
कृषि छात्रों का राजस्थान कृषि अनुसंधान केन्द्र दुर्गापुरा पर एक दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण
- नीरज राजोरिया
झिलाय (सच्चा सागर) कृषि महाविद्यालय, झिलाय के अधिष्ठाता डाॅ. रामप्रसाद जाट ने हरी झण्डी दिखाकर प्रथम वर्ष कृषि विद्यार्थी के शैक्षणिक भ्रमण हेतु बस को रवाना किया। जिसका मूल उद्देश्य राजस्थान कृषि अनुसंधान केन्द्र दुर्गापुरा में कृषि के अनुसंधान कार्यो, प्रायोगिक, प्रदर्शन युनिट, म्यूजियम तथा अन्य कार्यो को देखकर उनकी प्रेरणा से वैज्ञानिक पद्धतियों की जानकारी से अवगत करना हैं। कृषि महाविद्यालय झिलाय के कृषि स्नातक के प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राओं ने श्री कर्ण नरेन्द्र कृषि विश्वविद्यालय जोबनेर के अन्तर्गत राजस्थान कृषि अनुसंधान संस्थान, दुर्गापुरा का भ्रमण किया। पोध प्रजनन एवं अनुवांशिकी विभाग के सहायक आचार्य डाॅ. जोगेन्द्र सिंह ने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा संचालित परियोजनाओं के तहत जौ, गेहू, चना आदि के प्रयोगों का खेत पर भ्रमण करवाया तथा बीजों का कृषि में महत्व की जानकारी देते हुए बीज अंकुरण की प्रायोगिक गतिविधि करवाई। संस्थान के मृदा एवं कृषि रसायन विभाग के प्रभारी डाॅ. पी.सी बैरवा ने प्रयोगशाला में जल एवं मृदा परिक्षण की प्रक्रिया एवं केचुआं खाद बनाने के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। शस्य विज्ञान विभाग की सह आचार्य डाॅ. सीमा शर्मा एवं सहायक आचार्य डाॅ. श्वेता गुप्ता ने खरपतवार म्यूजियम एवं विभाग विभिन्न फसलों पर चल रहे अनुसंधानो से अवगत करवाया तथा कृषि प्रोद्योगिकी ज्ञान केन्द्र का भ्रमण करवाया। उद्यान विभाग के सह आचार्य डाॅ. उदल सिंह ने सब्जियों को पाॅली हाउस, ग्रीन हाउस एवं नर्सरी में आधुनिक तकनीक से उत्पादन के बारे में जानकारी दी। डाॅ. नितिन गर्ग सहायक आचार्य ने बीज प्रोद्याागिकी अनुसंधान प्रयोगशाला का भ्रमण करवाकर बीजों पर जीन एवं डी.एन.ए. स्तर पर बीज सुधार करने संबंधी तकनीक के बारे में जानकारी दी। अन्त में संस्थान के निदेशक डाॅ. अर्जुन सिंह बलोदा ने संस्थान की उपलब्धियों के बारे में जानकारी देते हुए कृषि के क्षेत्र में अपार सम्भानाओं की जानकारी देकर विद्यार्थियों का मनोबल बढ़ाया।