लापरवाही की हद: टूटे बिजली तार से भैंस की मौत, किसान बाल-बाल बचा – बिजली विभाग की खुली पोल, जिम्मेदार कब जागेंगे?
आर ड़ी मांदड़
मित्रपुरा (सच्चा सागर), राज्य सरकार भले ही गांवों को बिजली सुविधा से सशक्त करने की बात करती हो, लेकिन मित्रपुरा ग्रिड उपकेंद्र क्षेत्र के कोटड़ा गांव में विधुत विभाग की घोर लापरवाही ने एक बेज़ुबान जान ले ली और एक किसान को मौत के मुंह से लौटा दिया।
गुरूवार सुबह गांव में 11 केवी का हाई-वोल्टेज बिजली तार टूटकर किसान रामकेश मीणा की भैंस पर गिरा, जिससे भैंस की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई, जबकि रामकेश खुद कुछ ही दूरी पर खड़ा था और चमत्कारिक रूप से बाल-बाल बच गया।
टूटा था इंसुलेटर, बार-बार की गई थी शिकायत – विभाग बेपरवाह
ग्रामीणों का कहना है कि पिछले कई दिनों से ग्रिड उपकेंद्र से जुड़ा बिजली पोल पर इंसुलेटर टूटा हुआ था। इसकी कई बार शिकायत करने के बावजूद बिजली विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की।
ग्रामीणों ने गुस्से में कहा: लाइनमैन कभी फील्ड में आता ही नहीं, हमें प्राइवेट लोगों से काम कराना पड़ता है और ऊपर से उन्हें पैसे भी देने पड़ते हैं। जब सब काम प्राइवेट लोग ही करें तो सरकारी कर्मचारी किस बात का वेतन लेते हैं?
लापरवाह लाइनमैन पर गंभीर आरोप
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि लाइनमैन दिनेश कुमार बैरवा का व्यवहार ऐसा है जैसे वह खुद को किसी उच्च अधिकारी से कम नहीं समझता। वह मौके पर न तो कभी समय से पहुंचता है और न ही समस्या को गंभीरता से लेता है।
बिजली कटौती भी बनी बड़ा संकट
ग्रामीणों ने यह भी शिकायत की कि गांव में समय पर बिजली नहीं आती, जिससे खासकर स्कूल जाने वाले बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती है। बिजली कटौती आम हो गई है, जिससे लोग बेहद परेशान हैं।
प्रशासन ने किया मौका मुआयना, मुआवज़े का आश्वासन
घटना की सूचना मिलने के बाद मित्रपुरा थाना, तहसीलदार, पटवारी और डॉक्टर मौके पर पहुंचे। लाइनमैन द्वारा मौका मुआवना किया गया और किसान को उचित मुआवज़ा दिलाने का आश्वासन दिया गया।