एसीबी टोंक की बडी कार्यवाही : प्लाट का पट्टा जारी करने की एवज में 9 हजार रूपये की घूस लेते सोप ग्राम विकास अधिकारी सहित सरपंच पति व ई-मित्र संचालक रंगे हाथों गिरफ्तार ।

 एसीबी टोंक की बडी कार्यवाही : प्लाट का पट्टा जारी करने की एवज में 9 हजार रूपये की घूस लेते सोप ग्राम विकास अधिकारी सहित सरपंच पति व ई-मित्र संचालक रंगे हाथों गिरफ्तार । 


 - सलीम खान




टोंक/अलीगढ़( सच्चा सागर) जिले के उनियारा उपखण्ड क्षेत्र की सोप ग्राम पंचायत में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो टोंक टीम ने मंगलवार को बड़ी कार्यवाही को अंजाम देते हुए प्लाटों का पट्टा जारी करने की एवज में ग्राम विकास धिकारी हिमांशु चौधरी, सरपंच पति चिरंजीलाल खटीक तथा ई-मित्र संचालक मोहम्मद आरिफ को 9000 रूपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। 

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो टोंक के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आहद खान ने मंगलवार को बताया कि अलीगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम पोस्ट देवली निवासी एक परिवादी द्वारा एसीबी में इस आशय की शिकायत दी गई कि उसके भाई एवं चाचा के नाम ग्राम पंचायत सोप में अलीगढ़-कोटड़ी मैन रोड़ पर प्लाट लिए थे। जिनका पट्टा बनाने के लिए आवेदन किया गया था। जिनके पट्टे की एवज में ग्राम पंचायत सोप के ग्राम विकास अधिकारी हिमांशु चौधरी, सरपंच पति चिरंजीलाल खटीक ने 1 लाख 60 हजार रूपए की मांग की तथा उससे 1 लाख 50 हजार रूपए लेकर उसे पट्टा संख्या 12-13/2022 बनाकर दे दिया। परन्तु तहसील कार्यालय उनियारा ने उक्त पट्टों के पंजियन हेतु ग्राम पंचायत रसीद की आवश्यकता बताई। इस पर उसने ग्राम पंचायत सोप के ग्राम विकास अधिकारी द्वारा 250 रूपए की रसीद काटकर ही पंजीयन होने की बात कही। रसीद के लिए कहा तो पहले तो दस हजार रूपए लाने की बात कही तथा सरपंच पति से मिलने के लिए कहा। जब परिवादी सरपंच पति से मिला तो उसने भी दस हजार रूपए की मांग रखी। जिसकी शिकायत का एसीबी टीम द्वारा 28 फरवरी 2022 को सत्यापन करवाया गया। जिस पर पुन: मांगी गई राशि में से ग्राम विकास अधिकारी हिमांशु चौधरी व सरपंच पति चिरंजीलाल खटीक 9000 हजार रूपए लेने के लिए राजी हो गए। जिसका सत्यापन सही पाये जाने पर टोंक एसीबी टीम द्वारा मंगलवार को आरोपी ग्राम विकास अधिकारी हिमांशु चौधरी, सरपंच पति चिरंजीलाल खटीक द्वारा ई-मित्र संचालक मोहम्मद आरिफ के मार्फत 9000 रूपए की रिश्वत राशि ले ली। जिस पर एसीबी टीम ने  आरोपियों से रिश्वत की राशि बरामद कर तीनों आरोपियों को रंगे हाथों गिरफ्तार कर सोप थाना ले गई। जहाँ पर एसीबी ट्रेप की कार्यवाही पूर्ण कर अपने साथ ले गई। जिन्हें एसीबी न्यायालय अजमेर में पेश किया जाएगा। इस दौरान ट्रैप कार्यवाही में एसीबी टोंक के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आहद खान, हैड कांस्टेबल मनोज कुमार, हैड कांस्टेबल मोहम्मद जुनैद, कांस्टेबल महेश कुमार, राजकुमार, जलसिंह आदि सहित स्वतंत्र गवाहान शामिल रहे। वहीं गौरतलब है कि टोंक जिले में उनियारा उपखण्ड क्षेत्र भ्रष्टाचार का गढ बना हुआ है, जहाँ पर जिले में लगातार सर्वाधिक एसीबी कार्यवाहियां उनियारा क्षेत्र में हो रही है। बावजूद उसके विभिन्न विभागों के कुछ अधिकारी-कार्मिक चंद रूपयों के लालच में भ्रष्टाचार पनपाकर अपना ईमान बेच रहे हैं।

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