वन विभाग के गश्ती दल पर जानलेवा हमला, गश्ती दल के चार लोग घायल, मामला दर्ज

 वन विभाग के गश्ती दल पर जानलेवा हमला, गश्ती दल के चार लोग घायल, मामला दर्ज


निवाई. रक्तांचल पर्वत में गश्त करने पहुंचे वन विभाग के गश्ती दल पर जानलेवा हमला होने से रेंजर सहित चार लोग घायल हो गए। रेंजर हरेंद्र सिंह ने बताया कि गुरुवार की दोपहर करीब 2 बजे रक्तांचल पर्वत के काबरी वन भूमि में वन कर्मचारियों के साथ गश्त पर गए थे। जहां पर रास्ते में अवैध पत्थरों का स्टॉक दिखाई दिया। अवैध स्टॉक को जब्त करने के लिए कार्यवाही करने लगे। इसी दौरान गिर्राज मीणा, रमेश मीणा, सावरमल मीणा, पप्पू मीणा, सीताराम मीणा, राजू मीणा, रमेश मीणा, बाबूलाल मीणा, राजेंद्र मीणा सहित 20-25 अन्य लोगों ने कुल्हाड़ी तथा पत्थर खोदने की लोहे की सबंल से ताबडतोड जानलेवा हमला कर दिया। बीच-बचाव करने आए वन विभाग के ठेकेदार पर खननकर्ताओं ने हमला कर दिया। पुलिस उपाधीक्षक रुद्रप्रकाश शर्मा ने बताया कि अवैध खननकर्ताओं द्वारा किए गए हमले में रेंजर हरेंद्र सिंह के हाथ में फ्रैक्चर हो गया और वनपाल राकेश चौधरी और ठेकेदार के श्रमिक रामकरण प्रजापत का सिर में गहरी चोंटे आई है। तथा वनपाल योगेश मीणा भी गंभीर घायल हो गए। अस्पताल में रेंजर हरेंद्र सिंह और वनपाल योगेश मीणा का चिकित्सकों ने उपचार जयपुर रेफर कर दिया। रेंजर की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को अस्पताल लेकर आई। पुलिस उपाधीक्षक रूद्रप्रकाश शर्मा अस्पताल पहुंच कर रेंजर से घटना की जानकारी ली और थानाधिकारी अजय कुमार को आरोपियों के विरुद्ध जानलेवा हमला तथा अन्य धाराओं में मामला दर्ज करने तथा आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए निर्देश दिए। इस पर थानाधिकारी ने सांवरमल पुत्र बिरदा मीणा तथा रामकिशोर मीणा को तत्काल मौके पर जाकर को डिटेन किया गया है। रेंजर ने बताया कि गिर्राज मीणा पुत्र दुलीचंद मीणा, रमेश मीणा पुत्र मंगलचंद मीणा, सावरमल मीणा पुत्र बिरदा मीणा निवासी डींग की ढाणी, पप्पू मीणा पुत्र सुल्तान मीणा निवासी चोरपुरा, सीताराम मीणा पुत्र फोरू मीणा निवासी सींदडा, राजू मीणा, रमेश मीणा, बाबूलाल मीणा, राजेंद्र मीणा पुत्र रामकिशोर मीणा निवासी चोरपुरा के नामजद तथा अन्य 20-25 अन्य लोग के विरुद्ध जानलेवा हमला करने सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज करवाया गया है। ठेकेदार की ओर से भी मुकदमा दर्ज करवाया गया है। रेंजर हरेंद्र सिंह ने बताया कि उक्त मामले में तीन आरोपी जेल जा चुके। उक्त आरोपी अवैध खनन के हमले में पहले भी जेल जा चुके है। उक्त घटना की जानकारी उच्चाधिकारियों को दे दी गई है।

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