भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के निदेशक ने कृषि विज्ञान केंद्र के कार्यों का किया निरीक्षण

 भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के निदेशक ने कृषि विज्ञान केंद्र के कार्यों का    किया निरीक्षण


वनस्थली न्यूज़ क्षेत्र के कृषि विज्ञान केंद्र,  वनस्थली विद्यापीठ का निरीक्षण भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद – कृषि तकनीकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, जोधपुर के निदेशक डॉ. एस. के. सिंह ने किया | कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. डी. वी. सिंह ने बताया कि निदेशक  ने कृषि विज्ञान केंद्र पर स्थापित समन्वित कृषि प्रणाली मॉडल जिसमें बीज उत्पादन, सब्जी, उत्पादन, फल उत्पादन, बकरी पालन, चारा उत्पादन, जैविक खाद उत्पादन, मशरूम उत्पादन, फल एवं सब्जियों का मूल्य संवर्धन, सब्जियों एवं फलों की पौधशाला, पोषण वाटिका, जल संचयन, जैविक खेती, ब्रोकली उत्पादन आदि अवयवों का भ्रमण एवं निरीक्षण किया साथ ही कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा किए जा रहे विभिन्न अनुसंधान कार्यों की समीक्षा की | निदेशक अटारी डॉ. एस. के. सिंह ने कहा कि टोंक जिला में लगभग 58 प्रतिशत किसान लघु एवं सीमांत श्रेणी के अंतर्गत आते हैं जिनके लिए कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा स्थापित समन्वित कृषि प्रणाली मॉडल जिले के किसानों के आत्मविश्वास में वृद्धि करेगा और किसान ऐसा ही मॉडल अपने खेत एवं गाँव में अपनाकर अपनी आमदनी को बढ़ा सकेंगे तथा अपने संसाधनों का समुचित उपयोग कर सकेंगे | डॉ. सिंह ने कहा कि यह कृषि विज्ञान केंद्र जिले के किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए बहुत ही वैज्ञानिक दृष्टिकोण के साथ सराहनीय कार्य कर रहा है 

|कृषि विज्ञान केंद्र वनस्थली को राज्य स्तरीय कृषि प्रदर्शनी में प्रथम पुरस्कार


वनस्थली न्यूज़ क्षेत्र के कृषि विज्ञान केंद्र, , वनस्थली विद्यापीठ द्वारा जिले के केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर द्वारा हीरक जयंती के अवसर पर आयोजित किसान मेला में लगायी गयी राज्य स्तरीय कृषि प्रदर्शनी में भाग लिया तथा राज्य स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त किया | कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. डी. वी. सिंह ने बताया कि केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर द्वारा हीरक जयंती के अवसर पर किसान मेला का आयोजन किया गया था जिसमें किसानों के लिए राज्य स्तरीय कृषि प्रदर्शनी का आयोजन किया गया था जिसमें राजस्थान के सभी कृषि विश्वविद्यालय के कृषि प्रसार निदेशालय, पशुधन विश्वविद्यालय, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के राजस्थान के अनुसंधान संस्थान, राजस्थान के कृषि विज्ञान केन्द्रों, प्राइवेट कंपनियों तथा अन्य प्रतिष्ठानों ने भाग लिया था | कृषि विज्ञान केंद्र, टोंक, वनस्थली विद्यापीठ के द्वारा राज्य स्तरीय कृषि प्रदर्शनी में समन्वित कृषि प्रणाली मॉडल के साथ-साथ मशरूम उत्पादन, सब्जी उत्पादन, फल उत्पादन, फसल उत्पादन, मूल्य संवर्धन, प्राकृतिक कृषि, जैविक खेती, चारा उत्पादन, बकरी-पालन, सरसों तथा गेहूं की बायोफॉर्टिफाइड किस्में तथा कृषि यंत्रों, जल बचत एवं उर्वरक बचत की विभिन्न नवीनतम तकनीकियों का सजीव प्रदर्शन किया गया जिसको बड़ी संख्या में किसानों, छात्रों, तथा प्रसार कार्यकर्ताओं के द्वारा देखा गया तथा कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों से उपलब्ध तकनीकियों के बारे में जानकारी प्राप्त की | प्रदर्शनी की मूल्यांकन कमेटी के द्वारा मूल्यांकन कर कृषि विज्ञान केंद्र, टोंक, वनस्थली विद्यापीठ को प्रथम पुरस्कार प्रदान किया | प्रथम पुरस्कार का प्रमाण-पत्र भारत सरकार के कृषि एवं कृषक कल्याण केंद्रीय राज्य मंत्री केलाश चौधरी  द्वारा डॉ. डी. वी. सिंह को प्रदान किया गया |   



वनस्थली केवीके के वैज्ञानिक केन्द्रीय मंत्री से पुरस्कार प्राप्त करते हुए

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