टोंक पुलिस की ऐतिहासिक कार्रवाई: 15 लाख से अधिक कीमत का 102 किलो से ज्यादा डोडा चूरा जब्त, तीन गिरफ्तार – एसपी विकास सांगवान के नेतृत्व में नशे के खिलाफ चला “ऑपरेशन क्लीन”!
रामबिलास लांगड़ी
टोंक ( सच्चा सागर) में नशे के विरुद्ध सबसे बड़ी और साहसिक कार्रवाई कर टोंक पुलिस ने एक बार फिर साबित कर दिया कि अपराध और मादक पदार्थों के सौदागरों के लिए अब टोंक में कोई जगह नहीं है। पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान के कुशल नेतृत्व में जिला स्पेशल टीम और थानों की संयुक्त कार्रवाई में कुल 102.165 किलो अवैध मादक पदार्थ डोडा चूरा जब्त किया गया, जिसकी कीमत 15 लाख 32 हजार रुपये से अधिक आंकी गई है। इस कार्रवाई में तीन तस्करों को गिरफ्तार किया गया तथा एक स्विफ्ट डिजायर कार और 93 हजार रुपये की नकद फिरौती राशि भी जब्त की गई।
पुलिस कप्तान विकास सांगवान बने नशा विरोधी मुहिम के पोस्टर बॉय
विकास सांगवान के नेतृत्व में लगातार हो रही बड़ी कार्रवाईयों ने नशा तस्करों की कमर तोड़ दी है। टोंक जिला अब राजस्थान में नशा मुक्ति मॉडल के रूप में उभर रहा है। नशे के सौदागरों के विरुद्ध इस मुहिम को लेकर प्रदेशभर में टोंक पुलिस की प्रशंसा की जा रही है। सांगवान की नीतियों और दृढ़ इच्छाशक्ति का ही परिणाम है कि जिलेभर में नाके, तलाशी अभियान और छापामारी की रफ्तार तेज हो गई है।
कार्रवाई का विवरण:
1. कोतवाली थाना टोंक एवं पुरानी टोंक थाना क्षेत्र:
14.505 किलो डोडा चूरा बरामद
आरोपी: राजकुमार प्रजापत (बैंसूरा जिला चित्तौड़गढ़)
पुलिस ने बगैर हिचक कार्रवाई कर तस्कर को मौके पर दबोच लिया
2. थाना मेहन्दवास की बड़ी सफलता:
नाकाबंदी के दौरान स्विफ्ट डिजायर कार से 52 किलो डोडा चूरा और 93 हजार रुपये नकद जब्त
आरोपी: सरदेस सिंह (जिला पटियाला, पंजाब)
पूछताछ में पाया गया कि तस्कर माल को पंजाब से लाकर राजस्थान में खपाने की योजना में था
3. थाना निवाई टोंक:
17.660 किलो अवैध डोडा चूरा बरामद
आरोपी: लाभचंद धाकड़ (प्रतापपुरा थाना भैसरोदगढ़, जिला चित्तौड़गढ़)
गश्त के दौरान संदिग्ध गतिविधि देख पुलिस ने तत्परता से गिरफ्तारी की
टोंक पुलिस की मुहिम बनी प्रदेश की मिसाल
एसपी विकास सांगवान की जमीनी पकड़, सतर्क निगरानी और रणनीतिक दबिश के चलते मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले नेटवर्क को जड़ से उखाड़ने का कार्य किया जा रहा है। जिला स्पेशल टीम की सक्रिय भूमिका के चलते पुलिस कार्रवाईयों में स्पीड और सटीकता देखने को मिल रही है। प्रदेशभर के अन्य जिलों में अब टोंक मॉडल को नशा विरोधी अभियान के रूप में देखा जा रहा है। टोंक पुलिस की कार्यप्रणाली आज अन्य जिलों के लिए प्रेरणा बन चुकी है।
जनता बोली: "एसपी सांगवान के रहते अब टोंक में नशा नहीं, बस न्याय की गूंज है।नशे का सौदागर या तो सुधर जाएगा या सलाखों के पीछे नजर आएगा।टोंक पुलिस को सलाम विकास सांगवान, टोंक के रियल हीरो!अब हर युवा की जुबां पर है –"ना नशा चाहिए, ना डर…चाहिए तो बस विकास सांगवान जैसी पुलिस!"