सहादतनगर राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में दो माह पूर्व 5 लाख रूपए की लागत से निर्मित शौचालय घटिया निर्माण की खुली पोल-उपयोग से पहले ही दीवारों में जगह-जगह आई दरारें,
- विद्यालय शाला प्रबंधन समिति द्वारा शौचालय निर्माण में कार्यकारी एजेंसी ग्राम पंचायत बिलोता सहित जिम्मेदार अधिकारी / कार्मिकों के विरूद्ध घटिया सामग्री से निर्मित शौचालय की जांच को लेकर प्रशासन को लिखा पत्र-जांच कमेटी गठित,
- पूर्व में भी साल 2024 में 8 लाख रूपए की लागत से बना सहादतनगर स्कूल का भवन भी घटिया सामग्री व अनियमितताओं की उच्च स्तरीय जांच में बिलोता ग्राम पंचायत व पंचायत समिति के आधा दर्जन कार्मिक हो चुके दोषसिद्ध-कार्यवाही जारी
टोंक/अलीगढ़/उनियारा । एक ओर जहां राज्य व केन्द्र सरकार सरकारी विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण माहौल के साथ शिक्षा का स्तर सुधारकर नौनिहालों का भविष्य संवारने के लिए अग्रसर हैं और स्कूलों के विकास के लिए भवन निर्माण के साथ-साथ मॉडर्न शौचालय सहित अन्य तमाम तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रयासरत हैं, लेकिन निर्माण से संबंधित कार्यकारी एजेंसियों के जिम्मेदार अधिकारी व कार्मिक अपने पद का दुरूपयोग कर सरकारी राशि को बंदरबांट वाली नीति से धांधली, गबन व भ्रष्टाचार पनपाकर कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। ऐसा ही एक गम्भीर प्रकरण जिले के उनियारा पंचायत समिति मुख्यालय अलीगढ़ क्षेत्र की बिलोता ग्राम पंचायत में देखने को मिला हैं, जहां जिम्मेदारों द्वारा अनियमितताओं व गबन की सारी हदे पार होती नजर आ रही हैं। जबकि पंचायत समिति व शिक्षा विभाग के जिम्मेदार अधिकारी दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करने से बच रहे है, जिसके चलते ग्राम पंचायत बिलोता में एक के बाद एक अनियमितताओं के महा घोटाले और गबन के मामले सामने आ रहे है। ऐसे में बिलोता पंचायत के ग्राम विकास अधिकारी जगमोहन मीणा सहित प्रशासक (सरपंच) सुरेश मीणा द्वारा पंचायत समिति के जिम्मेदारों की सांठगांठ से व्याप्त भ्रष्टाचार को बढ़ावा देते हुए पंचायत क्षेत्र के कार्यों के अलावा शिक्षा के मन्दिर स्कूल में भी घटिया निर्माण कार्य में धांधली सहित अनियमितता करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे है। आपको बता दें चले कि ऐसा ही एक गम्भीर मामला बिलोता पंचायत के सहादतनगर गांव स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में करीब दो माह पूर्व पीएमएएजीवाई (टीएडी) योजना में पांच लाख रूपए की लागत से नवनिर्मित शौचालय निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का उपयोग करने से बिना उपयोग के ही दीवारों में जगह-जगह दरारें आना शुरू हो गई हैं। जिससे कार्यकारी एजेंसी बिलोता पंचायत द्वारा कराये गये शौचालय निर्माण कार्य में घटिया सामग्री की पोल खुल गई। इसको लेकर राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय, सहादतनगर के शाला प्रबंधन समिति (एसएमसी) अध्यक्ष शिवराज मीना सहित विद्यालय के प्रधानाध्यापक (एसएमसी सचिव) युवराज चंदेल ने शुक्रवार को शिक्षा विभाग सहित उपखण्ड अधिकारी को पत्र लिखते हुए बताया कि बिलोता पंचायत द्वारा 5 लाख रूपए की लागत से वित्तीय वर्ष 2023-24 में आदर्श विकास योजना के अन्तर्गत कार्यकारी एजेंसी बिलोता ग्राम पंचायत द्वारा करीब दो माह पूर्व शौचालय निर्माण कार्य कराया गया। शौचालय निर्माण कार्य में घटिया सामग्री होने का मामला संज्ञान में आने पर निर्माण के दौरान शौचालय निर्माण कार्य में गुणवत्ता बनाये रखने के लिए जिम्मेदारों को एसएमसी द्वारा सुझाव भी दिया गया था। लेकिन बिलोता पंचायत के ग्राम विकास अधिकारी जगमोहन मीणा व प्रशासक (सरपंच) सुरेश मीणा द्वारा निर्माण सामग्री संवेदक व पंचायत समिति के जिम्मेदारों से सांठगांठ कर मनमाने तरीके से घटिया निर्माण सामग्री का उपयोग कर शौचालय निर्माण कार्य में नियम विरूद्ध कई खामियां रखने के चलते शौचालय का उपयोग शुरू नहीं हुआ उससे पहले ही शौचालय की दीवारों में जगह-जगह दरारें आना शुरू हो गई हैं। जिससे विद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राएं व विद्यालय स्टाफ को भविष्य में खतरा होने का अन्देशा बनता नजर आ रहा हैं, जिसमें घटिया सामग्री की वजह से दीवारों में आई दरारों व हादसे की आशंकाओं को देखते हुए शौचालय निर्माण कार्य की जांच को लेकर शिक्षा विभाग सहित प्रशासन के उच्चाधिकारियों व पंचायत समिति के विकास अधिकारी को पत्र लिखकर मामले की तथ्यात्मक वास्तविक मौका स्थिति जांच कराने की मांग करते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई हैं। वहीं पत्र में विद्यालय में पेयजल संकट को देखते हुए पेयजल का स्थाई समाधान करवाने की मांग भी की गई हैं। विद्यालय में पेयजल की स्थाई व्यवस्था नहीं होने से छात्र-छात्राओं को मजबूरन विद्यालय से बाहर पानी पीने जाना पड़ रहा है। जिससे विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को कोई अनहोनी व दूर्घटना होने का भय बना रहता है। इसको लेकर पूर्व में भी कई बार बीसलपुर पेयजल परियोजना के अधिकारियों व उपखण्ड़ प्रशासन के अधिकारियों को समस्या से अवगत कराया जा चुका हैं, लेकिन जिम्मेदार विभाग के अधिकारियों व प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा समस्या के समाधान की मांग पर कोई ध्यान नहीं दिया गया हैं। स्कूल में 5 लाख की लागत से नवनिर्मित शौचालय निर्माण की जांच को लेकर प्रशासन से मौका स्थिति जांच करवाने तथा दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई व पेयजल संकट को दूर कराने की मांग की गई हैं, जिस पर उपखण्ड अधिकारी उनियारा ने मामले में तत्काल संज्ञान लेते हुए शिक्षा विभाग सीबीईओ व पंचायत समिति बीडीओ को कमेटी गठित करवाकर जांच शुरू करने हेतु आदेशित किया गया हैं। वहीं गौरतलब हैं कि बीते साल मई-जून 2024 में 8 लाख रूपए की लागत से बनकर तैयार हुआ सहादतनगर राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय का नवनिर्मित भवन भी घटिया सामग्री व अनियमितताओं के चलते महज दो से तीन माह में ही कई तरह की खामियां सामने आने पर जिला कलेक्टर टोंक के आदेश पर एडीएम (बीसलपुर) टोंक की अध्यक्षता में गठित 4 सदस्यों की उच्च स्तरीय जांच में बिलोता ग्राम पंचायत व पंचायत समिति के आधा दर्जन करीब जिम्मेदार दोषी पाये गये हैं, जिनके विरूद्ध गबन, धांधली, अनियमितताओं आदि के संबंध में विभागीय जांच सहित कानूनी कार्यवाही प्रस्तावित हैं, फिर भी जिम्मेदारों की कार्यशैली में कोई सुधार नहीं आकर अपने पद का दुरूपयोग करने गबन, अनियमितताओं और भ्रष्टाचार पनपाने जैसे अजब-गजब कारनामे लगातार सामने आ रहे हैं।