मूर्ति प्राणप्रतिष्ठा में पूर्णाहुति के साथ भागवत कथा का हुआ समापन।

 मूर्ति प्राणप्रतिष्ठा में पूर्णाहुति के साथ भागवत कथा का हुआ समापन।


पीपलू (ओपी शर्मा)

जेबाडिया मे सात दिवसीय मूर्ति प्राणप्रतिष्ठा व भागवत कथा पूर्णाहुति के साथ गुरुवार को संपन्न हो गई। सबसे पहले सुबह वैदिक मंत्रों से पूजा एवं हवन यज्ञ में आहुतियां डाली गई। विश्व शांति सुख समृद्धि के लिए प्रार्थना की गई। आचार्य पडित वेदप्रकाश ने अंतिम सभा में शास्त्र के अनुसार धर्ममय जीवन जीने की प्रेरणा दी कहा परोपकार ही जीवन है। जिस शरीर से धर्म नहीं हुआ, यज्ञ न हुआ और परोपकार न हो सका, उस शरीर का क्या लाभ। सेवा या परोपकार की भावना चाहे देश के प्रति हो या किसी व्यक्ति के प्रति, वह मानवता है।परोपकार से ही ईश्वर प्राप्ति का मार्ग खुलता है। व्यक्ति जितना परोपकारी बनता है, उतना ही ईश्वर की समीपता प्राप्त करता है। परोपकार से मनुष्य जीवन की शोभा प्राप्त करता है। पूर्णाहुति के पश्चात प्रसादी वितरण किया गया।इस दौरान  समिति के भवरलाल चांदीजा, सत्यनारायण रग्गल , हेमराज उमरवाल, हरफूल, भूवाना ,सीताराम, हरिभजन,रामराज,रामविलास,हेमराज, धर्मराज,गुलराज चांदीजा

सहित दर्जनों भक्तगण व ग्रामीण 

उपस्थित थे।

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