चाकसू एक निजी कॉलेज में हिजाब व बुर्के को लेकर विवाद नही दी छात्राओं को एंट्री।पुलिस के हस्तक्षेप से विवाद सुलझा

चाकसू एक निजी कॉलेज में हिजाब व बुर्के को लेकर विवाद नही दी छात्राओं को एंट्री।पुलिस के हस्तक्षेप से विवाद सुलझा
------ चाकसू (मदन कोथुनियां) कस्बे में एक निजी कॉलेज में बुर्के व हिजाब को लेकर कॉलेज प्रशासन ने मुस्लिम वर्ग की छात्राओं को एंट्री नही दी जिसे लेकर विवाद हो गया जिसे पुलिस ने कॉलेज में पहुंचकर मामले को शांत करवाया । प्राप्त जानकारी के अनुसार कस्बे के के .डी /कस्तूरी देवी कॉलेज में मुस्लिम वर्ग की छात्राएं शुक्रवार को सुबह कॉलेज में बुर्के व हिजाब पहनकर ज्योही पहुंची तो कॉलेज प्रशासन ने उन्हें ड्रेस कॉर्ड नही पहनकर आने पर मुख्य गेट पर रोक दिया और वापस घर पर ड्रेस पहनकर आने भेज दिया इस पर छात्राओं ने इस तरह की जानकारी अपने परिजनों व परिचितो , व समाज के जनप्रतिनधियो को दी तो वह सभी कॉलेज में पहुंचे और सारी जानकारी कॉलेज प्रशासन से ली और बुर्के व हिजाब जे मामले में नाराजगी जतायी। यह मामला आगे तूल पकड़ता इससे पहले पुलिस मोके पर पहुंच गई और छात्राओं व परिजनों को समझा कर मामला शांत करवाया और परिजन वापस घर पर आ गए वही इसी प्रकरण को लेकर पुलिस ने थाने में सीएलजी की मीटिंग बुलवायी है । वही इस प्रकरण में कॉलेज के सचिव राजेन्द्र शर्मा ने बताया कि कॉलेज ने सभी छात्रों व छात्राओं के लिये ड्रेस कोड तय किये हुए है इसी मामले को लेकर गुरुवार को कुछ विशेष समुदाय की छात्राएं ड्रेस कॉर्ड पहनकर नही आई थी इस पर छात्राओं ने कॉलेज प्रशासन को यह कहा था कि वह शुक्रवार से कॉलेज में ड्रेस पहनकर आ जायेगी । वही शुक्रवार को कॉलेज में वह छात्राएं वापस कॉलेज में ड्रेस कॉर्ड नही पहनकर बुर्के व हिजाब पहनकर आ गयी इस पर कॉलेज प्रशासन ने उन्हें वापस यह कहकर घर भेज दिया कि कालेज की ड्रेस पहनकर आये । वह सचिव शर्मा का यह भी कहना है कि उन्हें छात्राओं के हिजाब पहनकर आने पर आपत्ति नही है, लेकिन काॅलेज के नियमों का पालन करना ही होगा। महाविद्यालय में ड्रेस में ही रहना होगा। वही थाना प्रभारी यशवंत यादव ने इस मामले में कहा कि उनकी ड्यूटी विधानसभा में लगी हुई थी और उन्हें ज्योही जानकारी मिली तो उसके लिये थाने में सीएलजी की मीटिंग बुलवाई गयी है।मामला आपसी समझदारी का है बालिकाओं के भविष्य को ध्यान में रखते हुए अनावश्यक तूल नहीं देना चाहिए। अच्छा हो कि वार्ता केवल छात्राओं के अभिभावकों एवं महाविद्यालय प्रशासन के मध्य ही सौहार्द पूर्ण वातावरण में सुलझे। फोटो - चाकसू में बालिकाओं को गेट पर ही रोकते

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