अक्षया तृतीया महोत्सव में भजन संध्या का आयोजन
गायक कलाकारों ने एक से बढक़र एक भजनों की दी प्रस्तुति
नटवाड़ा (सच्चा सागर)। गांव में स्थित श्री बद्रीनाथ धाम पर तीन दिवसीय अक्षया तृतीया महोत्सव के दौरान ग्राम पंचायत एवं ग्रामवासी समिति के तत्वावधान में बुद्धवार की रात विशाल भजन संध्या का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्यअतिथि भामाशाह एवं समाजसेवी पुण्यप्रताप करण एवं प्रशासक नीता कंवर ने श्री बद्री विशाल भगवान की प्रतिभा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि करण ने कहा कि मेले एवं धार्मिक कार्यक्रमों भाग लेने से मन को तो शान्ति मिलती ही हैं साथ लोगो में आपसी भाईचारे एवं प्रेम की भावना भी बढती हैं। भजन संध्या का शुभारम्भ मध्यप्रदेश आए गायक कलाकार पटवारी बंजारा ने आओ-आओजी गजानन्द प्यारा... गणेश वन्दना प्रस्तुत कर की। इसके पश्चात गायक बंजारा ने भक्त के बस में हैं भगवान..., कभी-कभी भगवान को भी भक्तो से काम पड़े... म्हाने बद्रीनाथ को मेळो दिखा द ढोला... सहित अनेक भजन प्रस्तुत कर श्रोताओ को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके बाद कृष्ण मुरारी ने क्यो लगावे शोक छिनी जिन्दगी दारू ने..., मात-पिता की सेवा कर ले मत बण दास लूगाई को....प्रस्तुत कर आज की युवा पीढी पर कटाक्ष किया। कार्यक्रम में सजाई गई सजीव झांकियों के द्वारा कलाकारो अपनी कला का प्रदर्शन लोगो को दाँतो तले अंगुलिया दबाने को विवश कर दिया। वही लोगों ने तालियां बजाकर लोक कलाकारों को प्रोत्साहित किया। भजन संध्या में डांसरो पारंपरिक भक्ति नृत्य किया वही नृत्य कलाकारो ने राजस्थानी नृत्य प्रस्तुत कर लोगो को तडक़े तक रोका रखा। मेला समिति अध्यक्ष एवं प्रशासक नीता कंवर ने बताया कि धार्मिक एवं ऐतिहासिक मेले में छाया, पानी एवं श्रद्वालुओ की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गए हैं। मन्दिर में साज-सज्जा व भक्तो की सुविधा के लिए विशेष इंतजाम भी किए गए हैं। मेले दुकान लगाने वाले दुकानदारो को नि:शुल्क जगह दी गई। मेले जहां बच्चो ने झूले-चकरी में घूमकर लुफ्त उठाया। महिलाओ ने मेले में घरेलू सामान एवं सौन्दर्य प्रसाधन के सामानो की जमकर खरीददारी की वही किसानो ने पशुओ के सजाने के सामानो को खरीदकर मेले आनन्द लिया।