*नरेश मीणा ने दी जयपुर में आंदोलन की चेतावनी, मुख्यमंत्री ने नहीं निभाया वादा*
*नए जज के नहीं आने से नरेश मीणा की बहस फिर टली*
टोंक (सच्चा सागर)। देवली-उनियारा उपचुनाव के दिन हुए उपद्रव और एसडीएम को थप्पड़ मारने के मामले में आरोपी नरेश मीणा को सोमवार को एससी-एसटी कोर्ट टोंक में पेश किया गया। लेकिन न्यायाधीश के तबादले के बाद नए जज के ज्वॉइन नहीं करने से चार्ज बहस नहीं हो सकी। कोर्ट ने अब अगली सुनवाई के लिए 9 मई की तारीख तय की है। 13 नवंबर को देवली-उनियारा विधानसभा उपचुनाव के दिन समरावता गांव के लोगों ने मतदान का बहिष्कार किया था। वे गांव को उनियारा उपखंड में शामिल करने की मांग कर रहे थे। निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा भी ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठ गया था। इसी दौरान तीन लोगों के जबरन वोट डलवाने का आरोप लगाते हुए नरेश मीणा ने एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मार दिया था। 14 नवंबर को पुलिस ने नरेश मीणा को धरना स्थल से गिरफ्तार किया। 15 नवंबर को कोर्ट के आदेश पर उसे जेल भेजा गया। पहले यह मामला उनियारा और टोंक जिला न्यायालय में चला, जहां से जमानत याचिका खारिज हो चुकी है। इसके बाद नरेश मीणा के वकील ने केस को एससी-एसटी कोर्ट में ट्रांसफर करवाया। 19 अप्रैल को केस नंबर 166 और 167 पर चार्ज बहस होनी थी, लेकिन वकीलों की हड़ताल के कारण बहस नहीं हो सकी। इसके बाद 23 अप्रैल को सुनवाई हुई। केस नंबर 166 पर बहस पूरी हो गई, लेकिन आदेश नहीं मिले। केस नंबर 167 पर बहस के लिए 28 अप्रैल की तारीख तय हुई थी। सोमवार को नरेश मीणा को बूंदी जेल से पुलिस सुरक्षा में कोर्ट लाया गया। लेकिन न्यायाधीश के ट्रांसफर के कारण बहस नहीं हो सकी। कोर्ट ने अब अगली सुनवाई के लिए 5 मई की तारीख दी है। इस दौरान जयपुर हाईकोर्ट के वकील फतेह सिंह मीणा, भरनी प्रशासक मुकेश मीना, पूर्व सरपंच शंकर मीणा, आरडी गुर्जर सहित कई लोग मौजूद रहे।
*नरेश मीणा के पिता से मिले थे सीएम*
दरअसल, मई महीने में नरेश मीणा की रिहाई के लिए उनके समर्थकों ने जयपुर जाकर आंदोलन करने का ऐलान किया था, हालांकि आंदोलन शुरू होने से पहले ही सीएम भजनलाल शर्मा ने नरेश मीणा के पिता से मुलाकात करके इसे वापस करवा दिया था, इसके बदले में सीएम ने नरेश मीणा को जेल से निकलने का वादा किया था, लेकिन वो अभी तक पूरा नहीं हो सका. ऐसे में अब नरेश मीणा और उनके समर्थकों का धैर्य जवाब देता नजर आ रहा है और वे वापस सरकार को आंदोलन करने का इशारा दे रहे हैं।
*15 मई से जयपुर में होगा आंदोलन*
नरेश मीणा ने पुलिस वैन में बैठते वक्त अपने समर्थकों से कहा अगर सरकार अपना वादा नहीं निभाती है तो 15 मई से जयपुर में आंदोलन शुरू होगा। नरेश मीणा की यह बात सुनकर समर्थक नारेबाजी करने लगे। इस दौरान पुलिस से बहस भी हुई, हालांकि स्थिति नहीं बिगड़ी और पुलिस आराम से नरेश मीणा को लेकर वापस बूंदी जेल के लिए रवाना हो गई।
*नंगे पैर क्यों रहते हैं नरेश मीणा?*
नरेश मीणा ने पैदल खाटूश्यामजी जाने का संकल्प लिया हुआ है, इस वजह से वे हर वक्त नंगे पैर रहते हैं। विधानसभा चुनाव में प्रचार के वक्त भी उन्होंने चप्पल नहीं पहनी थी, वहीं आज भी कोर्ट में पेशी के दौरान वो नंगे पैर आए थे, वे 14 नवंबर से जेल में बंद हैं और अभी तक एक बार भी उन्हें जमानत नहीं मिली है।