गलवा नदी में मरे जानवरों की बदबू व आवारा कुत्तों से लोग परेशान शहर की बड़ी पेयजल पाइपलाईन के बिल्कुल पास डाले जा रहे मृत पशु

 गलवा नदी में मरे जानवरों की बदबू व आवारा कुत्तों से लोग परेशान

शहर की बड़ी पेयजल पाइपलाईन के बिल्कुल पास डाले जा रहे मृत पशु 





उनियारा (सच्चा सागर)। उनियारा से सवाई माधोपुर रोड स्थिति राजकीय सामुदायिक अस्पताल के पीछे गलवा नदी में मरे जानवरों की बदबू के कारण अस्पताल कार्मिकों व स्थानीय लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल में दुर्गंध से वहां के कार्मिक व मरीजों और उनके परिजनों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही थी। आश्चर्यजनक यह है कि जहां मृत पशु अस्पताल के पीछे पड़े हैं और ठीक उसके आगे वार्ड है। जहां मरीज भर्ती होते हैं और उनका इलाज किया जाता है। लोग यहां स्वास्थ्य सहीं कराने के लिए आते है, लेकिन इससे तो और सब बीमार ही पडेंगे। मृत पशुओं से इतनी बदूब आ रही है कि यहां खड़ा रहना भी मुश्किल है मृत पशु के आसपास आवारा कुत्तों का झुंड बना रहता है जो आने जाने वाले राहगीरों पर हमला करते है जिससे कई राहगीर घायल हो गये है और  स्थानीय लोगों का भी घर से बाहर निकलना दुश्वार हो गया है। नगर पालिका को कितनी बार मरीजो के परिजनो द्वारा मृत पशुओं को हटाने  को बोला गया है। लेकिन कोई सुनने को तैयार ही नहीं है। क्षेत्रवासियों रमेश, राजेश, राहुल आदि ने बताया कि उनियारा डेम से  आने वाली गलवा नदी में नगरपालिका प्रशासन द्वारा क्षेत्र सभी मृत पशुओं को लाकर वहां डाला जा रहा है। विदित रहे इस नदी के पास से होकर उनियारा शहर की एक बड़ी पेयजल लाइन गुजरती है जिससे लगभग आधे शहर की जलापूर्ति होती है,इससे कई बार इन जानवरों के अवशेष इस पाइपलाइन में फंस सकते है और शहर एक भयंकर महामारी की जद में आ सकता है। क्षेत्रवासियों ने नगर पालिका से मांग की है कि जल्द से जल्द इस नहर में फंसे जानवरों को बाहर निकाला जाए तो लोगों को बदबू से राहत दी जाए।

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने