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 धतूरी में हुई हत्या का पुलिस ने किया खुलासा

प्रेम प्रसंग के शक में की हत्या : तीन गिरफ्तार

- पवन कुमार शर्मा

निवाई (सच्चा सागर) दत्तवास थाना क्षैत्र के ग्राम धतूरी में झोपड़ी के बाहर सो रहे एक व्यक्ति की हत्या के प्रकरण में आखिर घटना का पर्दापाश कर 3 जनों को गिरफ्तार कर लिया है। इस घटना के पीछें प्रेम-प्रसंग माना गया है। पुलिस वृताधिकारी संदीप सारस्वत ने बताया कि पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाटी के आदेश व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भवानी सिंह के निर्देशन में वृताधिकरी कार्यालय के मार्गदर्शन में एक टीम गठित कर वारदात को अंजाम देने के आरोपी रामसहाय गुर्जर व श्योजीराम और युवराज गुर्जर पुत्र रामसहाय को गिरफ्तार कर लिया है। वृताधिकरी संदीप सारस्वत ने बताया कि मृतक कमलसिंह ग्राम धतूरी में स्थित अपनी ढोपड़ी में परचुन की आड़ में अवैध शराब बेचता था। मृतक का पड़ोस में रहने वालें रामसहाय गुर्जर के घर आना जाना था। रामसहाय का चाचा श्योजीराम मृतक के पास ही झोपड़ी में सोता था। रामसहाय एवं उसके पुत्रों बबलू गुर्जर एवं युवराज गुर्जर को मृतक कमल सिंह एवं बबलू की पत्नी के बीच अवैध संगध होने का शक था। जिसके चलते उनके घर में आए दिन कलह होती थी। इसी से आक्रोशित होकर रामसहाय गुर्जर, उसके चाचा श्योजीराम गुर्जर एवं उसके छोटे पुत्र युवराज गुर्जर ने कमल सिंह को रास्ते से हटानें का षडय़ंत्र रचा। व रात्रि में लगभग एक बजें कमल सिंह के बगल में सो रहे श्योजीराम तथा योजना के तहत वहां आए रामसहाय गुर्जर एवं युवराज गुर्जर ने लकड़ी के लठ्ठों से तब तक निर्ममतापमर्वक वार किए जब तक कमल सिंह मृतप्राय: नही हो गया तथा सोची समझी योजना के तहत कमलसिंह के परिजनों को लगभग 3:15 बजें कमल ङ्क्षसह पर अज्ञात व्यक्तियों द्वारा हमले के संबध में सूचित किया। दिनांक 09.11.2022 को एसएमएस ट्रोमा अस्पताल जयपुर में उपचार के दौरान कमल सिंह की मौत हो गई।

पुलिस टीम को दिया जाएगा पुरस्कार

पुलिस कप्तान मनीष त्रिपाटी ने इस हत्याकांड़ के खुलासें पर गटित टीम जिसमें वृताधिकारी संदीप सारस्वत दत्तवास थानाधिकारी नाहरसिंह, सहायक उपनिरीक्षक गणपतसिंह, साईबरसैल के जवान राजेश शर्मा, दत्तवास के सुखराम, कजोड़मल व मीठालाल कानि. निवाई थाने के पायलेट एवं नीरज को उचित पारितोषिक देने की घोषण की है।

पुलिस की हुई थी किरकरी : मौत के बाद किया था प्रदर्शन

एक व दो नवम्बर की रात कमलसिंह पर जानलेवा हमले के उपरान्त जयपुर के एसएमएस में उपचार के दौरान नौ नवम्बर को उसकी मौत हो जाने एवं अब तक इस प्रकरण की कोई जानकरी पुलिस को नही होने से खफा मृतक के परिजनों एवं ग्रामीणों में रोष व्याप्त हो गया था एवं शव का अंतिम संस्कार नही करने पर अड़ गए थे। इस पर निवाई वृताधिकारी संदीप सारस्वत ने दो दिन में प्रकरण का खुलासा कर अभियुक्तों को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया था। 

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