- सुरेश फागणा
टोंक (सच्चा सागर) जिला पर्यावरण समिति के महामंत्री विजय मनोहरियां ने राज्य के वन मंत्री प्रधान मुख्य वन सरंक्षक होप जी.वी.रेड्डी को पत्र लिखकर आरोप लगाया हैं किं उप वन सरंक्षक वी. चेतनकुमार राज्यादेशों की अनदेखी कर महकमे को ही पोपाबाई का रावला बना दिया हैं। जहां नियमों की अनदेखी कर रैंजर विधि की द्वितीय ग्रेड की पोस्ट होने के बावजूद भी प्रथम ग्रेड रैंजर को नियुक्त के साथ साथ दो क्षेत्रीय वन अधिकारियों के पद पर भी नियुक्त कर धज्जिया उडाई जा रही है।
मनोहरियां ने अपने लिखे पत्र में बताया कि उप वन सरंक्षक वी.चेतन कुमार ने प्रधान मुख्य वन संरक्षक हॉप राजस्थान जयपुर के आदेश क्रमांक 9296-416 दिनांक 19.2.2019 के आदेशों की अनदेखी कर दो सहायक वनपालों को फील्ड पोस्टिंग की बजाए एक को बिल शाखा एवं दूसरे को कॉन्फिकेशन में पद के विरूद्ध लगा रखा हैं । इसी प्रकार एक वृक्षपालक को रिसीप्ट डिस्पेंच पर लगाकर रखा हैं। जबकि कार्यालय में चार कनिष्ठ सहायक पद स्थापित होने के बावजूद उक्त कार्मिकों को कार्यालय में बैठाकर अनुचित लाभ दिया जा रहा हैं। इसी प्रकार दो महिला वन रक्षकों को फील्ड की बजाए रैंज कार्यालय में बाबूगिरी का कार्य लिया जा रहा हैं।
इसी प्रकार निवाई रैंज से उपखण्ड़ कार्यालय एवं तहसील कार्यालय में 3 वृक्षपालकों को फील्ड की ड्यूटी से हटाकर कार्यालयों में लगाये जाने से वन सम्पदाऐं खुर्दबुर्द हो रही है।
जिससे वनों की सुरक्षा में लगे कार्मिकों को कार्यालय में पद के विरूद्ध नियुक्त कर वनों की सुरक्षा के साथ खिलवाड किया जा रहा हैं। जिससे वन सम्पदा खुर्द बुर्द हो रही है। महामंत्री विजय मनोहरियां ने यह भी बताया कि कार्यालय में वर्ष 2020 के दौरान अब तक 8 विभिन्न संवर्ग के वन कर्मचारियों के सेवानिवृत हो जाने के बाद भी आज तक विभागीय स्तर पर की जाने वाली कागजी खानापूर्ति नही किये जाने से उन्हे मिलने वाले सारे परिलाभों से आजतक वंचित किये हुए हैं। उन्होने बताया कि इतने कर्मचारियों को फील्ड मे ना लगाकर कार्यालयों में लगाने के बाद भी कई कर्मचारियों माह का वेतन तक समय पर नही मिल पा रहा है।
उन्होने बताया कि वनकर्मी रामावतार शर्मा को 7 वे वेतन आयोग के एरियर का भुगतान,सेवानिवृत कर्मचारियों के पेंशन प्रकरणों में कमियां रखकर लटकाने,कर्मचारियों का समय पर ऋण नही मिलना आम बात है। जबकि राज्य सरकार के निर्देश हैं कि सेवानिवृत होने वाले कार्मिकों सेवानिवृत होने वाले दिवस को समस्त परिलाभ मिले यह सुनिश्चित करे लेकिन एक को भी आज तक उक्त दिवस को लाभान्वित नही किया गया। उन्होने यह भी बताया कि रैंजर विधि के पद तैनात रैंजर को टोंक एवं निवाई क्षेत्रीय वन अधिकारी के पद का भी चार्ज दिया हुआ हैं। इसी प्रकार निवाई वन प्रसार अधिकारी कार्यालय में भी एक वृक्षपालक से फील्ड का कार्य नही लेकर उसे कार्यालय में बैठाकर काम लिया जा रहा हैं। जिससे उसके अधीन कार्य प्रभार वन क्षेत्र में वन संपदा खुर्दबुद हो रही है।
