बंदरों के आतंक से मौहल्ले वासी हुए परेशान

 

लोकेश कुमार गुप्ता 




चाकसू (सच्चा सागर) चाकसू नगरपालिका के  वार्ड नं 13 सहित  विभिन्न वार्डो में बंदरों के आतंक से लोग आतंकित है। नटखट बंदर मोहल्ले वासियों को न सिर्फ घर में रहना मुहाल कर दिया है, बल्कि भारी पैमाने पर आर्थिक नुकसान भी पहुंचाने से बाज नहीं आ रहे है । लोगों की समस्याओं व अनहोनी को देखते हुए समाजसेवी युवा नेता शंकर गुर्जर ने प्रशासन से  बंदरो को पकड़ने की मांग की है। जानकारी के मुताबिक वार्ड 13 ,14 ,10,6मोहल्ले में पिछले 5महिनो  से बंदरों ने उत्पात मचा रखा है। शुरू के दिनों में निलकंठ कॉलोनी मे  बंदरों की तादाद जब बढ़ने लगी तो आसपास के लोगों को तंग करना शुरू कर दिया। इधर बंदरों की संख्या अधिक होने के कारण खान-पान के अभाव में ये बंदर अब हर घर व मोहल्ले में डेरा डालना शुरू कर दिया है। नटखट बंदर घरों में जबरन घुसकर भोजन खा जाते है कपड़ा भी उठा ले जाते है। इस दौरान परिवार वाले  बंदरो को भगाने के चक्कर मे  बंदर उन पर टूट पड़ता है तो लोग किसी तरह जान बचाकर भागने लगते है। बन्दरो के आंतक ने मौहल्ले वाले व दुकानदार का जीना दुश्वार हो गया हैं । बन्दर घरो में रखा सामान उठा कर ले जाते हैं  । पिछले दिनो में बन्दरो ने हमला कर कई बच्चो एवं महिलाओ को घायल कर चुके हैं जिसके चलते लोग बन्दरो के डर से छतो पर जाने से कतराने लगे हैं । घरो में रखी खाद्य सामग्री उठा ले जाते हैं और बाहर सुख रहे कपड़ो को फाड़ देते हैं । वही बिजली एवं टीवी डिस्क की केबल तोड़ तक  देते हैं । दिनोदिन बन्दरो की बढती सख्यां के कारण बन्दर झुण्ड बनाकर आते हैं जो लोगो के लिए जी का जंजाल बने हुए । 

मोहल्लावासि व दुकानदार रूपनारायण गुप्ता  का कहना है कि आंख चुकने पर  दुकान मे रखे  समान को भी तोड़ फोड़ कर देता है।ओर दुकान मे से सामान उठाकर ले जाते है . कई लोग तो बंदर के आने के  समय पर लकडी लेकर  घर की चौखट पर खड़े हो  जाते है । घर की किवाड़ बंद करके  सामान छुपा देते है। सबसे अधिक परेशानी छोटे-छोटे बच्चों को हो गई है। राहगीरों व दुकानदारों को बंदरों के आतंक का समाना करना पड़ रहा है।

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