मौत के मुंह के नीचे फल फ्रूट की दुकान। जिम्मेदार कर रहे हैं हादसे का इंतजार।

 

लोकेश कुमार गुप्ता



चाकसू (सच्चा सागर) लोगों कहना कितना सटीक लगता है कि अनहोनी अथवा हादसा होने के बाद ही प्रशासन जागता है।सभी नियम ,कायदे कानून याद आते हैं,जिम्मेदारियां थोपी जाती है,आरोप-प्रत्यारोपो का दौर शुरु हो जाता है।समय रहते प्रशासन एवं जिम्मेदार कर्मचारी ईमानदारी से अपना कर्तव्य निभा ले ,नियमों के विरुद्ध हो रहे कामों की अनदेखी नहीं करें तो हादसे होने से बचा जा सकता है।

सब्जी मंडी चाकसू के मुख्य तिराहे पर, राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय नम्बर 3 के भवन के मुख्य दरवाजे के निकट पिछले अनेक बरसों से हाई पावर विद्युत ट्रांसफार्मर लगाही हुआं है।विद्यालय प्रशासन के अनुसार इस भारी भरकम विद्युत उपकरण से अनेक बाद हादसे हो चुके हैं। सेवानिवृत्त पूर्व प्रधानाचार्य महावीर प्रसाद गुप्ता के अनुसार स्कूल भवन के पास स्थापित इस हाई पावर ट्रांसफार्मर को बालकों एवं आमजन की सुरक्षा को लेकर अन्यत्र शिफ्ट करने के लिए विद्युत विभाग एवं शिक्षा विभाग तक को अनेक बार मौखिक एवं लिखित में अनुरोध कर चुके हैं।अनेक पशु इससे चिपक कर हादसे का शिकार बन चुके हैं। उच्च प्राथमिक विद्यालय में अध्ययनरत बालकों को हमेशा भय बना रहता है।

अभी एक सप्ताह पहले ही एक अबोध बंदर इस से चिपक कर अपने प्राण त्याग चुका है। बंदर की आकस्मिक मृत्यु से आक्रोषित अन्य बंदरों ने कई    

घण्टो तक बाजार में आतंक मचा दिया।इसी जानलेवा विद्युत ट्रांसफार्मर के ठीक नीचे फल-फ्रूट की आधा दर्जन दुकाने रोज लग रही है।ग्राहक आते ही है, खरीददारी भी करते हैं। लेकिन इस  मौत के सौदागर से सभी अनभिज्ञ हैं। तहसीलदार महोदया, नगरपालिका प्रशासन एवं  विद्युत विभाग के अधिकारियों को इस ख़तरनाक स्थिती का पूरा पूरा ध्यान है।लेकिन किसी ने भी न तो विद्युत ट्रांसफार्मर शिफ्ट करवाया और न ही फल-फ्रूट वह सब्जी  के ठेलो को हटाने की हिम्मत  की।भगवान न करे कोई भयंकर हादसा हो जाए क्या तब ही प्रशासन जागेगा?

फोटो-चाकसू में स्कूल के पास विद्युत ट्रांसफार्मर के लगवा लग रही फल-फ्रूट की दुकाने।                        फोटो-चाकसू में स्कूल के निकट लगरहे विद्युत ट्रांसफार्मर के ठीक नीचे फलफ्रूट के लगते ठेले

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