जौंला गाँव में दशलक्षण धर्म मे उत्तम ब्रह्राचर्य धर्म की पूजा के साथ पर्युषण पर्व संपन्न मूलनायक भगवान सुपाश्र्वनाथ एवं शांतिनाथ के सामूहिक कलशाभिषेक

 - सुरेश फागणा


निवाई  (सच्चा सागर)   पर्युषण महापर्व के पावन पर्व पर श्री दिगम्बर जैन सुपाश्र्वनाथ मन्दिर गाँव जौंला मे दशलक्षण धर्म का समापन सामूहिक कलशाभिषेक के साथ किया गया। आयोजन समिति के मीडिया प्रभारी विमल पाटनी ने बताया कि कार्यक्रम की शुरुआत भगवान सुपाश्र्वनाथ जी के समक्ष समाजसेवी सोधर्म इन्द्र सुरजमल जैन, राजैन्द्र कुमार एवं विमल जौंला ने दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। सामूहिक कलशाभिषेक कार्यक्रम में देव शास्त्र गुरु सुपाश्र्वनाथ भगवान की पूजा शांतिनाथ पूजा के साथ उत्तम ब्रह्राचर्य धर्म की पूजा अर्चना की। इस दौरान भगवान शांतिनाथ के कलशाभिषेक किए गए जिसमें श्री जी की माला पहनने का सोभाग्य समाजसेवी सूरजमल, राजेन्द्र कुमार, विमल कुमार, पदमचंद, चन्द्रप्रकाश, मनोज कुमार, सोरभ पाटनी को मिला। कार्यक्रम मे सोधर्म इन्द्र सुरजमल, राजेन्द्र कुमार, विमल कुमार जौंला ने क्षेत्रपाल बाबा एवं माँ पद्मावती की विशेष पूजा अर्चना करके जयधोष के साथ चोला चढाय़ा। लोकडाउन के चलते सोशल डिस्टेंस की पालना करते हुए पर्व के तहत प्रतिभाओं का सम्मान किया गया। जिसमें छीतरमल जैन, विनोद कुमार, अजय जैन, राजेश जैन को पाटनी परिवार द्वारा सम्मानित किया गया। इस अवसर पर समाजसेविका लाडदेवी जैन, रतनदेवी जैन, महिला मण्डल की प्रवक्ता संजू जौंला, आशा पाटनी, ममता जैन, रश्मि पाटनी, आशी जैन एवं नेहल जैन  मौजूद थे।

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