टोंक जिले के निवाई उपखंड में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त, कई गाँव जलमग्न, सड़कें और रास्ते बंद
निवाई (टोंक), 30 जुलाई। ( रामबिलास लांगड़ी)
टोंक जिले के निवाई उपखंड क्षेत्र में कल देर रात से जारी भारी बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है। लगातार मूसलधार बारिश के चलते क्षेत्र के अधिकांश नदी-नाले उफान पर हैं और कई तालाब ओवरफ्लो होकर चादर छोड़ने लगे हैं। हालात इतने गंभीर हो चुके हैं कि दर्जनों गाँवों का संपर्क पूरी तरह से कट गया है, कई घरों में पानी घुस गया है और कई जगह गाँव तालाब में तब्दील हो चुके हैं।
चौंकाने वाले हालात और खतरनाक दृश्य
- चैनपुरा से महाराजपुरा जाने वाले मार्ग पर रेलवे क्रॉसिंग के पास बन रहे ओवरब्रिज के आसपास जलभराव इतना बढ़ गया कि कई मोटरसाइकिलें पानी में डूब गईं।
- मनमोहनपुरा बासड़ा से गुन्सी तक जाने वाले रास्ते का तालाब टूटने से सम्पर्क मार्ग पूरी तरह से बंद हो गया है।
- मंडालिया जाने वाली सड़क पर तेज बहाव के चलते गाँव से बाहरी संपर्क कट चुका है।
- ढील नदी इस समय विकराल रूप में है और उफान पर बह रही है, जिससे आसपास का क्षेत्र प्रभावित है।
- सैदरिया गाँव के कई घरों में पानी घुस गया है, ग्रामीण परेशान और सहमे हुए हैं।
- दतवास कस्बे के बीच से निकलने वाले नाले के तेज बहाव से आसपास के दर्जनों गाँवों सहित सवाई माधोपुर का संपर्क बाधित हो गया है।
- कायमनगर और मोटूका जैसे गाँवों का बाहरी दुनिया से संपर्क पूरी तरह टूट चुका है।
- जोधपुरिया तालाब पूरी तरह भर चुका है और अब चादर छोड़ने लगा है, जिससे निचले इलाकों में खतरा बढ़ गया है।
- जोधपुरिया से मनोहरपुरिया जाने वाली सड़क की पुलिया बहाव में टूट गई है।
- जगतपुरा के पास तेज बहाव के चलते देवधाम जोधपुरिया का रास्ता पूरी तरह बंद हो गया है।
प्रशासन अलर्ट मोड पर: स्थानीय प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है और राहत व बचाव कार्यों के लिए पूरी तरह से मुस्तैद है। अधिकारियों की टीमें पानी के बहाव वाले क्षेत्रों में निगरानी कर रही हैं और जगह-जगह पर चेतावनी बोर्ड भी लगाए जा रहे हैं।
सुबह सामने आई तस्वीरें भयावह: बारिश के बाद सुबह जो दृश्य सामने आए हैं, वे किसी त्रासदी से कम नहीं लगते। जलमग्न सड़कें, घरों में भरा पानी, टूटी हुई पुलियाएं और उफनते नाले इस बात का प्रमाण हैं कि निवाई में हालात बेहद नाजुक बने हुए हैं। प्रशासन ने आमजन से अपील की है कि वह अनावश्यक यात्रा से बचें, जलभराव या तेज बहाव वाले इलाकों में न जाएँ और प्रशासन द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करें। यह बारिश एक बार फिर साबित कर रही है कि किस तरह से बुनियादी ढांचे को और मजबूत करने की ज़रूरत है। ग्रामीण क्षेत्रों में आपदा प्रबंधन की तैयारी और संसाधनों की कमी आज चुनौती बनकर सामने खड़ी है।
✍️ रिपोर्ट: [रामबिलास लांगड़ी /सच्चा सागर डिजिटल]
📌निवाई, टोंक