ऑनलाइन सट्टेबाजी का भंडाफोड़: भीलवाड़ा पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 65 लाख की खाईवाली पकड़ाई
भीलवाड़ा ( सच्चा सागर) भीलवाड़ा जिले में सट्टेबाजी के खिलाफ चलाए जा रहे सघन अभियान के तहत पुलिस थाना सदर की टीम ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से क्रिकेट मैचों पर सट्टा लगाने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें से दो को परीक्षा केंद्र के बाहर से धर दबोचा गया, जो अपने मोबाइल फोन के जरिए ऑनलाइन सट्टा ID बना कर लाखों की खाईवाली कर रहे थे।
65 लाख रुपये की ऑनलाइन खाईवाली का खुलासा
मुखबिर और सायबर सेल से मिली सटीक सूचना के आधार पर सदर थाना पुलिस टीम ने तत्परता दिखाते हुए आरोपियों की धरपकड़ की। आरोपी विनोद चौधरी, जो खुलेआम सट्टेबाजी में लिप्त था, को पकड़ा गया और जब उसके मोबाइल की जांच की गई तो सामने आया कि वह ऑनलाइन सट्टा वेबसाइट पर ID बनाकर करीब 65 लाख रुपये की खाईवाली कर चुका है।
पूछताछ के दौरान इस नेटवर्क से जुड़े अन्य सहयोगियों की जानकारी मिली, जिसके बाद पुलिस ने मनीष भदादा, दीपक भदादा, और भगवती लाल जाट को भी गिरफ्तार कर लिया। सभी आरोपी अलग-अलग स्थानों से सट्टे का संचालन कर रहे थे और पूरे शहर में एक सटीक संगठित नेटवर्क बनाकर लोगों को जाल में फंसा रहे थे।
एक अन्य आरोपी से 25 लाख की खाईवाली उजागर
इस कार्रवाई के साथ ही एक अन्य प्रकरण में गोपाल दास घिरवानी उर्फ गोपी सिंधी को भी पुलिस ने डिटेन किया। जांच में पाया गया कि वह भी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से 25 लाख रुपये की खाईवाली में लिप्त था। उसके खिलाफ भी कानूनी कार्यवाही करते हुए मुकदमा दर्ज किया गया है और रिमांड पर लेकर पूछताछ जारी है।
थाना प्रभारी बने अभियान के नायक
इस पूरे ऑपरेशन को सफल बनाने में सदर थाना प्रभारी कैलाश कुमार ने नेतृत्वकारी भूमिका निभाई। उनकी सतर्क निगरानी, त्वरित निर्णय क्षमता और टीम समन्वय ने ही इस संगठित अपराध के जाल को उजागर करने में सफलता दिलाई।
कैलाश कुमार ने स्पष्ट कहा, "हमारा मिशन सिर्फ अपराधियों को पकड़ना नहीं, बल्कि जड़ों से उखाड़ फेंकना है। युवाओं का भविष्य बर्बाद करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।"
टीम वर्क का उत्कृष्ट उदाहरण
इस अभियान में सायबर सेल, डीएसटी और थाना सदर की संयुक्त टीम ने बारीकी से काम किया। हर स्तर पर तकनीकी विश्लेषण, मैदान पर निगरानी और कानूनी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए काम किया गया, जिससे किसी भी आरोपी को बच निकलने का मौका नहीं मिला।
जल्द होंगे और गिरफ्तारियां
फिलहाल आरोपियों को रिमांड पर लेकर अन्य संलिप्त व्यक्तियों की तलाश की जा रही है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही पूरे गिरोह को उजागर कर लिया जाएगा और भीलवाड़ा में चल रही इस ऑनलाइन जुए की समानांतर अर्थव्यवस्था पर करारा प्रहार होगा। भीलवाड़ा पुलिस की यह कार्रवाई बताती है कि यदि नेतृत्व मजबूत हो, तो कोई भी अपराधी बच नहीं सकता। थाना प्रभारी कैलाश कुमार और उनकी टीम की तत्परता और प्रतिबद्धता ने यह साबित कर दिया कि कानून के हाथ लंबे ही नहीं, बल्कि तेज़ भी हैं।