टोंक में नशे के सौदागरों पर पुलिस का शिकंजा: 2025 में 60 प्रकरण, 80 गिरफ्तार, 18 जून तक 18 करोड़ से अधिक की मादक सामग्री जब्त

 टोंक में नशे के सौदागरों पर पुलिस का शिकंजा: 2025 में 60 प्रकरण, 80 गिरफ्तार, 18 जून तक 18 करोड़ से अधिक की मादक सामग्री जब्त


पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान के नेतृत्व में टोंक पुलिस की सख्त कार्रवाई, अपराधियों में हड़कंप



रामबिलास लांगड़ी 

टोंक ( सच्चा सागर) टोंक जिले में नशे के खिलाफ छेड़ा गया पुलिस अभियान अब सिर्फ कानूनी कार्रवाई नहीं, बल्कि सामाजिक सुधार की दिशा में उठाया गया कड़ा कदम बन गया है। वर्ष 2025 में 18 जून तक, पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान के नेतृत्व में जिलेभर में नशे के कारोबार पर कहर बनकर टूटती कार्रवाई ने अपराधियों को भागने पर मजबूर कर दिया है। दैनिक सच्चा सागर को जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक ने बताया कि 18 जून 2025 तक की अवधि में टोंक जिले में नशे से संबंधित कुल 60 प्रकरण दर्ज किए गए हैं, जिनमें 80 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है।  जिलेभर में नशे के खिलाफ छेड़े गए महाअभियान ने अपराधियों की कमर तोड़ दी है। टोंक जिले के पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान के नेतृत्व में पिछले दिनों में 60 से अधिक कार्रवाई कर नशे के व्यापारियों के खिलाफ बड़ी सर्जिकल स्ट्राइक की गई है। गौरतलब है कि स्मैक, गांजा, भांग, अफीम, डोडा पोस्त और अवैध शराब जैसे मादक पदार्थों के धंधे पर टोंक पुलिस ने सख्ती के साथ शिकंजा कस दिया है। अब हालात ये हैं कि नशे का कारोबार करने वाले अपराधी जिला छोड़कर भागने को मजबूर हैं और कई ने तो रात्रि में चुपचाप ठिकाने बदल लिए हैं।


 विभिन्न मादक पदार्थों पर दर्ज मामलों और जब्त सामग्री :- 


 स्मैक प्रकरण: 30, गिरफ्तार 46, जब्त मात्रा 0.80129 किलोग्राम, अनुमानित कीमत 15.58 करोड़,  गांजा ,प्रकरण 19, गिरफ्तार 21, जब्त मात्रा 207.75 किलोग्राम, अनुमानित कीमत: 1.38 करोड़, 

 ड़ोड़ापोस्त प्रकरण 7, गिरफ्तार 8, जब्त मात्रा 299.757 किलोग्राम, 

अनुमानित कीमत 44.96 लाख,  अफीम प्रकरण 4, गिरफ्तार 5जब्त मात्रा 4.51544 किलोग्राम, अनुमानित कीमत 22.57 लाख, 



 कुल जब्ती मूल्य:  18.00 करोड़ से अधिक -  यह आंकड़े इस बात के गवाह हैं कि टोंक  जिले में अब नशे के कारोबारियों के लिए कोई सुरक्षित जगह नहीं बची है। सख्त निगरानी, सक्रिय सूचना तंत्र, और आधुनिक तकनीकी संसाधनों से लैस पुलिस ने हर थाना क्षेत्र में यह स्पष्ट कर दिया है कि अवैध मादक पदार्थों का व्यापार अब जिले में नहीं पनपने दिया जाएगा।



जनता की जुबान पर एक ही नाम – एसपी विकास सांगवान


पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान के नेतृत्व में यह अभियान सिर्फ कार्रवाई की गिनती नहीं, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव का प्रतीक बन गया है।हर चौक-चौराहे, बाजार और गांव में एसपी साहब की प्रशंसा हो रही है। लोग कह रहे हैं पहली बार ऐसा लगा कि पुलिस सच में हमारे बच्चों के भविष्य की चिंता कर रही है।


अपराधियों में दहशत, कई जिला छोड़ चुके-  सूत्रों के अनुसार, पिछले दो महीनों में कई पुराने नशा कारोबारी अपने ठिकाने बदल चुके हैं। कुछ ने तो अन्य जिलों की ओर रुख कर लिया है, क्योंकि उन्हें पता है कि टोंक में अब कानून से बचना नामुमकिन है।


नशा मुक्त टोंक की ओर एक ठोस कदम


पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान के पदभार ग्रहण करने के बाद से अवैध गतिविधियों के खिलाफ लगातार समय-समय पर सघन अभियान चलाए जा रहे हैं – चाहे वह सट्‍टा, जुआ, अवैध हथियार हों या नशे का कारोबार। हर मोर्चे पर टोंक पुलिस ने सख्त और सार्थक कार्रवाई की है।


अवैध कारोबारियों में मचा हड़कंप


जिस पुलिस की रूटीन कार्रवाई को अपराधी हल्के में लिया करते थे, अब वही पुलिस जब कहर बनकर टूट रही है, तो नशे के सौदागर थर-थर कांप रहे हैं।

कुछ ने अपने घर छोड़ दिए, तो कुछ ने रात के अंधेरे में भागना शुरू कर दिया। अब टोंक जिले में नशे का धंधा करना आत्मघाती कदम साबित हो रहा है।


 क्या कहना है पुलिस अधीक्षक का :-  जो भी अवैध मादक पदार्थों के कारोबार में संलिप्त पाया जाएगा, उसके विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। किसी भी प्रकार की रियायत नहीं दी जाएगी  - विकास सांगवान  पुलिस अधीक्षक टोंक

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