- महावीर प्रसाद भाटी
घाड़ ( सच्चा सागर ) घाड़ पंचायत द्वारा ग्रामवासियों की मांग पर घाड़ में शवदाहगृह एंव चारदीवारी निर्माण के लिये सरकार द्वारा गुरूगोलकवर जनभागीदारी योजना में दस लाख की स्वीकृति जारी की गई थी , जिसमें एक शवदाहगृह एंव चारदीवारी का निर्माण कार्य करवाके अन्दर आने जाने के लिए एक गेट लगाकर ताला लगाने की व्यवस्था करना था , लेकिन उक्त श्मशान घाट पर इस प्रकार से निर्माण होना सम्भव ही नहीं था , इसलिए ग्राम पंचायत द्वारा अन्य जगह पर श्मशान घाट के लिए जमीन का निर्धारण करकें शवदाहगृह एंव चारदीवारी का निर्माण करवाना था ,लेकिन ग्राम पंचायत द्वारा ऐसा नहीं किया, बल्कि जंहा मुर्दो को जलाया जाता रहा है वंहा की व्यवस्था के अनुसार निर्माण करवाया जो प्रशासनिक एंव तकनीकी स्वीकृति के अनुसार सही नहीं है , क्योंकि एक तरफा तालाब है ,एंव दूसरी तरफ़ किसी निजी खातेदार की कर्षि ज़मीन है , दोनों के मध्य में घाड़ से दौलतपुरा प्रधानमंत्री सड़क योजना में रोड़ बना हुआ है , रोड़ के दोनों साइड पर कुछ खाली जमीन पड़ी हुई है, जंहा पर वर्षो से मुर्दो को जलाया जाता रहा है , उसी जमीन को श्मशान घाट के उपयोग में लिया जाता हैं ।
पंचायत द्वारा जो चारदीवारी का निर्माण करवाया वह श्मशान घाट में किसी प्रकार से उपयोगी नहीं है ,बल्कि एक तरफ़ की दीवार तालाब के लिए जो जानवरों को तालाब में आने जानें से रोकने के उपयोग में आती है , दूसरी तरफ की चारदीवारी निजी खातेदार के उपयोग हेतु है जो निजी कर्षि खातेदार के बिना स्वंयम के खर्चा के ग्राम पंचायत द्वारा ही निर्माण करवा दिया ।
गुरूगोलकवार जनभागीदारी योजना में 9. 98 हज़ार रुपये की सरकार द्वारा स्वीकृति जारी की गई ,प्रशासनिक स्वी0 क्रमांक :- 1389 / 07/10/2015 को तकनीकी स्वी0 क्रमांक :- 287 / 09/10/2015 एंव वित्तिय स्वी0 क्रमांक :- 1513 / 10/11/2015 पूर्ण कार्य दिनांक 15 जनवरी 2016 को जिसमें श्रम मद में 355966 /-₹ एंव सामग्री मद में 641425 /-₹ कुल भुगतान 997391 /-₹ होना बताया गया ।
अनेकों बार ग्राम पंचायत घाड़ की जिला प्रशासन को शिकायत दी जाती रहीं जिसमें बार बार निष्पक्ष जांच हेतु निवेदन किया जाता रहा ,लेकिन बार बार पंचायत समिति के प्रतिनिधि से जांच करवाकें लीपापोती की जाती ,जबकि शिकायत में पंचायत समिति एंव घाड़ थाना पुलिस की छत्रछाया में सरपंच की मोनोपोली चल रही थी , लेकिन जांच अधिकारियों द्वारा हमेशा लीपापोती करकें शिकायतों का निस्तारण किया जाता रहा ।
क्या जिला प्रशासन श्मशान घाट के नाम पर किये गए निर्माण कार्य की वस्तुस्थिति का अवलोकन करेगें ,या पूर्व की भांति राजनेताओं के आशीर्वाद से लीपापोती की जायेगी ।