भारी वाहनों की आवाजाही ने तोड़ा गांवो की सड़कों का दम

 भारी वाहनों की आवाजाही ने तोड़ा गांवो की सड़कों का दम


कम क्षमता की सड़कों पर भारी वजनी वाहनो की दिन रात हो रही आवाजाही

सड़के हुई जर्जर बावजूद भारी वाहनों का परिवहन जारी

जिम्मेदारों ने साधा मोन


रवि शर्मा

मालपुरा (सच्चा सागर) उपखंड क्षेत्र की ग्राम पंचायत डूंगरी कला व टोरडी गांवो की सड़को पर दिन रात भारी वाहनो की आवाजाही के चलते गांवो की सड़कें दम तोड़ चुकी है। उक्त मार्ग क्षेत्र में ग्रेनाइट की  माइंस होने के चलते दिन रात भारी मात्रा में पत्थरों का परिवहन होता है। जबकि उक्त ग्रामीण क्षेत्र की सड़कें इतने भारी वाहनों की आवाजाही को सहन करने की क्षमता नही रखती है। जिसके चलते  लाखो करोडो की लागत से बनी सड़के दम तोड़ चुकी है। सड़कों की हालत बिल्कुल जर्जर हो चुकी है। इन जर्जर सड़कों पर अब भी भारी पत्थरों से लदे वाहनो की आवाजाही हो रही है जो कभी भी बड़े हादसे को आमंत्रण दे सकती है। आबादी क्षेत्र के बीच से होकर बिना सुरक्षा व भारी मात्रा में आवाजाही से ग्रामीण भय से व्याप्त है। उल्लेखनीय है कि ग्राम पंचायत डुंगरी कला के ग्रामीणो द्वारा इसी मामले को लेकर  विरोध करते हुए अधिकारियों को पूर्व में भी अवगत करवाया जा चुका है। ग्रामीणो ने बताया कि ग्रामीण इलाकों के मार्गों की सड़कों की वजन सहने की क्षमता बहुत कम है लेकिन माइंस से अधिक वजनी सामग्री का परिवहन इन सड़कों से बेकोफ किया जा रहा। परिवहन के दौरान क्षतिग्रस्त सड़को से उड़ती धूल के गुब्बार की समस्या से निजात दिलाते हुए इन लोगो ने भले ही पानी के टैंकर डलवाकर ग्रामीणो को धूल के गुब्बार से निजात दिलाने में बड़ी कामयाबी हासिल की है। लेकिन असुरक्षित तरीके से क्षमता से अधिक वजनी को लेकर आबादी क्षेत्र के बीचों बीच से कम चौड़ाई वाली जर्जर सड़को से होकर दिन रात बेकोफ गुजरना कभी कभी दुर्घटना को आमंत्रण दे सकता है। ग्रामीणो ने बताया कि इस प्रकार के परिवहन से आमजन में भय का माहौल बना हुआ है। गांवो की जर्जर सड़को से क्षमता से अधिक वजन ढोने वाले ये वाहन कभी भी दुर्घटना को आमंत्रण दे सकते है।


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