रामबिलास लांगङी
निवाई (सच्चा सागर ) कस्बे में शनिवार अलसुबह से मौसम का मिजाज बदला-बदला सा रहा। आसमान में बादल छाए रहे। दिनभर रुक-रुक कर बूंदाबांदी होती रही। मावठ की बारिश से सर्दी बढ़ गई। दिनभर सूर्य के दर्शन भी नहीं हो पाए। अलाव से सर्दी से बचाव का सिलसिला चलता रहा। सुबह 6 बजे बारिश शुरू हुई। सुबह 10 बजे फिर बारिश का दौर चलने से सर्दी बढ़ गई। ठंडी हवा चलने से लोग ठिठुर गए। मावठ की बारिश फसलों के लिए अमृत बनकर बरसी तो कही नुकसान भी हुआ निवाई के आस-पास के ग्रामीण क्षेत्र में गत दो दिनों से मौसम में व्यापक बदलाव हुआ है। गत दो दिनों में हल्की बूंदाबांदी हुई। वहीं दिनभर बादल छाए रहे। मौसम का असर रबी की फसलों के साथ-साथ आमजन के स्वास्थ्य पर भी पड़ेगा। गाँवो में रविवार सुबह जहां बूंदाबांदी होने से फिजां में हल्की ठंडक घुल गई। वहीं कही गाँवो में बारिश के कारण ठिठुरन बढ़ गई। हालांकि बारिश से पारे में कोई खास गिरावट दर्ज नहीं हुई। लेकिन इसके कारण जहां गेहूं की फसल में फायदा होने की संभावना जताई जा रही है।वहीं शीतलहर से खेतों में सरसो की फसल मे नुकसान हुआ है वही सब्जी में रोग लगने की आशंका में किसानों को चिंता हो रही है। इधर, मौसम में आए बदलाव से मौसमी बीमारियों के मरीजों की संख्या बढ़ने की भी संभावना है। जानकारी अनुसार पिछले काफी दिनों में और रात में सर्द हवा से तापमान में उतार चढ़ाव के कारण आमजन मौसमी बीमारियों की चपेट में रहे है। चिकित्सा विशेषज्ञों की मानें तो इस मौसम में मौसमी बीमारियों के मरीजों की संख्या में इजाफा होने की संभावना है।
