टोंक जिले के उनियारा उपखंड के अलीगढ़ के ग्राम बिलाता निवासी शंकरलाल पुत्र सुवालाल मीणा ने टोंक पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर न्याय दिलवाने एवं अलीगढ़ थाने में दर्ज मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की।ज्ञापन में बताया गया कि बिलोता तन में खातेदारी भूमि खं. न. 1736, 1739 स्थित है। खसरा नंबर1739 पर वह पेनल्टी व राज्यशुल्क भी अदा करता आ रहा है तथा साथ ही उसने
1736 में लोगो को आने जाने के लिये सुविधानुसार रास्ता दे रखा है।जिसमें से पडोसी काश्तकार भी आ-जा रहे है और उसमे कोई व्यवधान नही है। किन्तु गांव का ही एक बदमाश किस्म का व्यक्ति जगदीश पुत्र विजय राम जाति मीणा, बाबूलाल पुत्र रामकुंवार मीणा ,रामअवतार पुत्र जगदीश, घनश्याम पुत्र जगदीश व आशा पत्नी रामअवतार,शेरू देवी पत्नी घनश्याम आदि ने एक राय होकर जबरदस्ती कब्जाधारी भूमि खसरा नंबर 1739 में से होकर रास्ता निकालने पर आमादा है। इन्होंने खेत पर लगी जालियों को तोड़कर एवं चुराकर ले गए।खेत में जबरदस्ती जानवरों को छोड़कर फसल को नुकसान करवा दिया।इनको कहने पर आरोपी गण हाथों में डंडे लेकर आए दिन मारपीट पर उतारू रहते हैं। जबकि उक्त प्रकरण राजस्व अपील न्यायालय रेवेन्यू बोर्ड में विचाराधीन है और इस पर स्टे हैं। वहीं आरोपीगण थाना अलीगढ़ जांच अधिकारी से मिलीभगत कर उन्हें गिरफ्तार करवाने पर आमादा हैं और पुलिस की आड़ में जबरदस्ती न्यायालय में विचाराधीन मामले में से रास्ता निकल निकलवाने के प्रयास में लगे हैं। जबरदस्ती रास्ता देने का दबाव बनाया जा रहा है और नाजायज परेशान किया जा रहा है।
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