सैनिकों को गद्दार कहने के बयान पर मचा बवाल, भडक़े विधायक व भूतपूर्वक सैनिक

 सैनिकों को गद्दार कहने के बयान पर मचा बवाल, भडक़े विधायक व भूतपूर्वक सैनिक


जिनकी जांबाजी से दुश्मन थर्राए तो फिर तेरी औकात ही क्या, बेशकीमती जमीने बेचने सहित लगाए अन्य गंभीर आरोप


मालपुरा (सच्चा सागर)भूतपूर्वक सैनिक कल्याण संस्थान संघ शाखा मालपुरा की ओर से आयोजित विजय दिवस पर आयोजित समारोह में संघ अध्यक्ष कैप्टन सूरजमल गुर्जर व अन्य को पालिकाध्यक्ष आशा नामा के पति महावीर नामा द्वारा गद्दार कहे जाने के मामले में जमकर बवाल मचा। समारोह में मौजूद विधायक कन्हैया लाल चौधरी व अन्य वक्ताओं ने अपने उदबोधन में पालिकाध्यक्ष के पति महावीर नामा के खिलाफ जमकर आक्रोश जताया। विधायक चौधरी ने अपने सम्बोधन में कहा कि पालिकाध्यक्ष पति नामा द्वारा आमंत्रण देने पहुंचे अध्यक्ष को गद्दार कहना अत्यन्त शर्मनाक है। चौधरी ने कहा कि सैनिकों से ही देश का मान-सम्मान है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सैनिक हित में वन रैंक वन पैंशन योजना लागू करने जैसा ऐतिहासिक कार्य किया है व वर्तमान में सेना को आधुनिक हथियारों से लैस करने का कार्य किया है। आज भी भारत चीन सीमा पर पचास हजार से अधिक सैनिक माइनस तीस डिग्री तापमान में मुस्तैदी से खडे है जिनके बूते देश का नागरिक अपने घर में चैन की नींद सो रहा है। सैनिको की बहादुरी के आगे दुश्मन थर-थर कांपते है। हमें हमारे सैनिको पर गर्व है। उन्होंने कहा कि सैनिकों के लिए गद्दार शब्द इस्तेमाल करना निंदनीय है। मंच के माध्यम से ललकारते हुए विधायक चौधरी ने कहा कि 3 वर्षो में किए गए भ्रष्टाचार को कौन नहीं जानता है। छिपे ऐजेंडे के चलते बार-बार पालिका बोर्ड बैठक स्थगित करना, भाजपा पार्षदों का आमरण अनशन, खांचा भूमि, बेशकीमती जमीने, आवंटन, भूखण्डों का स्थानान्तरण कौन करना चाहता है यह जनता सब जानती है। क्यों पारदर्शिता नहीं बरती जा रही है। पालिकाध्यक्ष के पति का नगरपालिका कार्यो में दखंदाजी का क्या मतलब? चौधरी ने कहा कि जमीन बेचकर घर भरने वाला व्यक्ति सैनिकों की निष्ठा पर सवाल नहीं उठा सकता है। उन्होंने कहा कि मंच के माध्यम से संदेश देना चाहता हूं कि पालिकाध्यक्ष पति की दादागिरी नहीं चलेगी, सैनिको की आंख फिर गई तो फिर खैर नहीं होगी। जिनसे चीन, पाक जैसे दुश्मन थर्रा उठते है वे अपनी पर आ गए तुम्हारी तो औकात ही क्या है। चौधरी ने कार्यक्रम स्थल के सामने शहर के प्रभावशाली लोगों के अतिक्रमण हटाने की चुनौती दी। उन्होंने कहा कि सच्चाई सामने आ चुकी है, जनता को चाहिए कि ऐसे लोगों को सबक सिखाए। 



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