हादसे को न्योता दे रहे हैं खेतों के बीच झूलते बिजली के तार

 


- सुरेश फागणा



निवाई । (सच्चा सागर) खेतों के बीच झूलते बिजली के तार हादसे को दावत दे रहे हैं, लेकिन इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है।बिजली विभाग अपनी अजब-गजब कारगुजारियों के लिए बदनाम है। बिना बिजली और तार के बिल भेजना, 5,000 के बिल को 50,000 का करना विभागीय कर्मचारियों के बाएं हाथ का खेल है। इतना ही नहीं 1,00,000 के बिल को 20,000 में निपटाने का हुनर कोई इनसे सीखे। बिना कनेक्शन लिए बिल भेजने के किस्से आए दिन सामने आते रहते हैं। इसके अलावा भी बिजली विभाग की लापरवाही की वजह से कई लोग जान गवां बैठे हैं। गांव कुरावदा के पूर्व सरपंच प्रहलाद गुर्जर के कुँए से आने वाले रास्ते  से गांव  की ओर जाने वाले मार्ग पर बीच में बिजली के न सिर्फ तार झूल रहे हैं, बल्कि बड़े-बड़े ट्रांसफार्मर भी रखे हैं, जो हादसे को दावत दे रहे हैं। इसके अलावा सीपुरा गांव में जमीन चूमते तार भी कभी भी हादसे का सबब बन सकते हैं।  बीच मार्ग पर खड़े यह पोल हादसे को दावत दे रहे हैं, लेकिन इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। आए दिन विधुतविभाग की लापरवाही से हो रहे हादसों में लोग अपनी जान गवा रहे है। बिजली के पोल व लटकते तार राहगीरों के लिए मुसीबत का सबब बन रहे हैं, लेकिन इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है।


अगर नहीं जागा विधुत विभाग , तो हो सकता है बड़ा हादसा 


विधुत विभाग की लापरवाही के चलते कभी भी दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है फिर भी विधुत विभाग कुंभकरणी नीन्द मे है। निवाई तहसील के गांव सीपुरा, कुरावदा, व लुनेरा में कम से कम 70-80 पोल लगे है उनमें पोलो की हालत खराब है व 10-20 पोल क्षतिग्रस्त है जगह जगह क्षतिग्रस्त होने के कारण कभी भी पोल गिर सकते है ओर बडा हादसा होने की संभावना है।इन्हे देख कर पास खडे रहना भी डर लगता है। बिजली का कार्य करना खतरे से लडना फिर भी अपने काम के प्रति सजग कर्मचारी काम करते है लेकिन एसी परिस्थिति मे पोलो के पास खडा रहना रुह काप जाएगी। ग्रामीणों का कहना है कि एसे पोलो को हटाकर नये लगाना चाहिए।एसे पोलो को देखकर भी विभाग नही चेता तो इसे भी बडी लापरवाही क्या होगी।कुंभ करण की नींद  सोने वाले विधुत विभाग ने अगर समय रहते इन पोलो को नही बदला तो बडा हादसा व घटना घट सकती है।

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने