लोकेश कुमार गुप्ता
चाकसू, (सच्चा सागर )जयपुर जिले में कार्यरत आशा सहयोगिनियों ने कार्य का बहिष्कार करते हुए अपनी मांगों के समर्थन में जयपुर जिले की अध्यक्ष गुड्डी वर्मा बेनीवाल के नेतृत्व मे चिकित्सा मंत्री रधु शर्मा को ज्ञापन सौंपकर सरकार से स्थायीकरण की गुहार लगाई है। उनकी मांग है कि उन्हें भी सरकारी कर्मचारी का दर्जा मिलना चाहिए।ज्ञापन में उन्होंने बताया कि राजस्थान सरकार की ओर से महिला एवं बाल विकास कल्याण विभाग में कार्यरत सिर्फ कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं को ही सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया गया है। जबकि इसी विभाग में आशा सहयोगिनियां भी कई वर्षों से कार्य कर रही हैं। आशा सहयोगिनी का कहना है कि कोरोना काल में उन पर कार्य का भार अधिक है और मानदेय बहुत कम है। चिकित्सा विभाग का पूरा काम कराने के बावजूद न्यूनतम मजदूरी भी नहीं मिल रही है। वही, आशाओं के कार्य का कोई समय भी निर्धारण नहीं है। उन्होंने बताया कि आशा सहयोगिनियां मातृ मृत्यु दर व शिशु मृत्यु दर में कमी लाने और कुपोषण के शिकार बच्चों की देखभाल जैसे कार्य भी कर रही हैं। इन सभी कार्यों को अनदेखा करते हुए आशा के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। सौतेले व्यवहार से आशा सहयोगिनों में रोष व्याप्त है। उन्होंने बताया कि 15 साल से सरकार ने मानदेय श्रेणी में रखा है उन्हें ना तो स्थायी किया गया है और ना ही संविदा श्रेणी में रखा। सरकार हमारी मांगे पूरी नहीं करेगी तो कार्य बहिष्कार जारी रहेगा।
