लोकेश कुमार गुप्ता
चाकसू (सच्चा सागर)कार्यालय बाल विकास परियोजना चाकसू में न्यूटी गार्डन पोषण वाटिका कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया कार्यक्रम की शुरुआत यारलीपुरा आंगनवाड़ी केंद्र से की गई। केंद्र पर सब्जी के लिए क्यारियां बनाकर बिज लगाएं ।छायादार फल के पौधे लगाएं। चावंडिया की ढाणी ,भैरूजी की ढाणी ,वार्ड नंबर 12सहित इन केंद्रों पर कार्य करवाया गया ।बीज व जाली संस्था के द्वारा दी गई गर्भवती व धात्री महिलाओं के बच्चों को पोषण का लाभ मिल सके।साथ साथ 0 से 6 वर्ष के बच्चों को पोषण का लाभ मिल सके। सीडीपीओ नीरू सांखला ने कहा कि जंतु तथा वनस्पति को सिखाओ में समानता बताते हुए पौधों को भी मानव के समक्ष की उपाधि दी। पौधों के संरक्षण तथा अधिक से अधिक पौध रोपण करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पौधे भी जीव हैं और एक बेल के वृक्ष लगाना अनेकों शिवालय बनवाने के बराबर है, उसी प्रकार उन्होंने वट पीपल तथा तुलसी के पौधों की महत्व पर प्रकाश डाला। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता रचना शर्मा ने बताया कि नदियों के किनारे ज्यादा से ज्यादा पौधरोपण करने पर जोर दिया। पर्यावरण को संतुलित करने में पौधे सहायक होते हैं। अपने आसपास पेड़-पौधों लगाकर और जीव-जंतुओं को बचाना होगा पर्यावरण बचाने के लिए जनसंख्या को नियंत्रण करने के साथ-साथ पेड़ पौधे लगाने होंगे। मरूधरा सेवा संस्थान द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों पर सरकार द्वारा संचालित पोषण वाटिका कार्यक्रम के तहत संपूर्ण आंगनबाड़ी केंद्रों पर क्यारिया बनाई
महिला पर्यवेक्षक मंजू पाठक ने कहा कि मौजूदा दौर में पर्यावरण संकट गहराता जा रहा है। पर्यावरण बिगड़ जाने से 40 प्रतिशत बीमारियां फैल रही है। संस्थान द्वारा सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर फल - सब्जी के पौधे लगवाए गए।कार्यक्रम में सीडीपीओ नीरू सांखला, मंजू पाठक ,नीलु मितल राजेश चौधरी ,आंगनवाड़ी कार्यकर्ता रचना शर्मा सहित मरुधरा संस्था के सभी सदस्य मौजूद रहे।
