आखिर अन्नदाता का क्या कसूर ?
कड़ाके की ठंड में रात को थ्री फेज बिजली
मालपुरा (सच्चा सागर) इस कड़ाके की ठंड में किसान फसल की सिंचाई कर रहा है। तथा बार-बार सरकार, प्रशासन व जनप्रतिनिधियों से दिन में सप्लाई शुरू करवाने की फरियाद कर रहे हैं। लेकिन चाहे कितना कुछ भी फरियाद करो सरकार पर चिकने घड़े की तरह कुछ असर नहीं होता है। इस कड़ाके की ठंड में शीत के कारण अब तक कई किसानों की मौत हो चुकी है। लेकिन सिस्टम में बैठे जिम्मेदारों के कानों पर जू तक नहीं रेंग रही है। उनके कुछ फर्क पड़ने वाला नहीं है पड़ेगा भी क्यों बेडरूम में हीटर के चलते उन्हें सर्दी का एहसास नहीं हो पाता है। अब सवाल यह उठता है कि इन किसानों का कसूर क्या है ? ठंड में जहां रीड की हड्डी सिहर उठती है जहां खड़ा रह कर रात भर किसान सिंचाई कर रहा है। आखिर किसानों की मांगों को क्यों नहीं माना जाता है। थ्रीफेस बिजली अगर रात की जगह दिन में मिले तो किसानों को सर्दी से बड़ी राहत मिल सकती है। क्या चुनाव के समय ही किसानों को याद किया जाता है। बुधवार को मालपुरा उपखंड के दर्जनों गांव के किसानों ने उपखंड अधिकारी डॉ राकेश कुमार मीणा को ज्ञापन सौंपते हुए रात में दी जाने वाली थ्री फेस की बिजली को दिन में करवाए जाने की मांग की।