खेतो
में लहराती सरसों की फसल
झिलाय (सच्चा सागर) कस्बे में इन दिनों खेत-खलिहानों में हरितमा छा जाने से धरतीं पुत्रों के चेहरों पर रौनक है। धरती पुत्रों ने बताया कि इस साल बरसात के अभाव में क्षेत्र के अधिकांश कुओं का जलस्तर घट जाने से बुवाई में लक्ष्य कम रखा गया है। झिलाय के एक खेत में लहराती सरसों की फसल के आस पास में सरसों की अच्छी फसल नजर आ रही है। वार्ड पंच धर्मेंद्र कुमार जैन ने बताया कि मौमम का मिजाज सर्द होने से खेतों में सरसों की फसल लहलहाने लगी है। रबी के सीजन में सबसे पहले बुवाई होने से सरसों के पौधों में फूल खिलने से खेतों में पीली चुनरिया सजने लगी है। शुरुआती दौर के बुवाई वाले खेतों में पीले फूलों की बहार ने किसानों के चेहरों में सरसों की अच्छी पैदावार की उम्मीद की मुस्कान बिखेर दी है। उन्होंने बताया कि अक्टूबर माह के पहले सप्ताह में तापमान में गिरावट आने से सरसों की फसल की बुवाई पूरी कर ली गई थी। दीपावली बाद में तापमान के अनुकूल बने रहने से सरसों की फसल लहलहा उठी।
