मंडी सचिव एवं सहायक लेखाधिकारी ब्लेक लिस्टेड फर्म को ठेका देने में मेहरवान चहेती फर्म को ठेका देने के लिए दो निविदाऐं निरस्त की

 चंचल कुमार रैगरद्ध 


निवाई (सच्चा सागर)  । पंचायत समिति विकास अधिकारी की तर्ज पर ही कृषि उपज मंडी समिति निवाई सचिव भी राजस्थान पुलिस कमिश्नरेट एवं नागरिक सुरक्षा एवं समादेष्ठा निदेशालय की मनाही के बाद भी बोगस फर्म को ठेका देने में इतने मेहरवान हैं जिसका जीता जागता नमूना निवाई कृषि उपज मंडी में देखा जा सकता हैं। जहां ब्लैक लिस्टेड अलर्ट सर्विस भीलवाडा को गार्ड एवं कम्प्यूटर्स ऑपरेटर,किसान कलेवा आदि के ठेके देने पर आमदा है। सचिव ने उक्त ब्लेैक लिस्टेड फर्म को 16 कम्प्यूटर आपरेटर्स के कार्यदेश दिया जाना चर्चा का विषय बना हुआ है।

कृषि उपज मंडी समिति सचिव क्रांतिचंद मीना एवं सहायक लेखाधिकारी मानसिंह मीना ने अलर्ट सर्विसेज भीलवाडा को मिलीभगत कर ऐसी फर्म को ठेका दिया गया हैं जिसका सितम्बर 2019 में लाईसेंस निरस्त हो चुका हैं। यही नही उक्त फर्म के लिए निदेशालय गृह रक्षा मुख्यालय राजस्थान जयपुर के पत्रांक 4256-4263 दिनांक 6/3/2020 की पालना में कार्यालय कमान्डेट गृह रक्षा प्रशिक्षण केन्द्र टोंक के पत्रांक 873 दिनांक 11मार्च 2020 को जिले की कृषि उपज मंडी टोंक,देवली,निवाई को निर्देश दिये थे कि उक्त ऐजेन्सी वैद्यता की अवधि समाप्त हो चुकी हैं।

इसके बावजूद बोगस फर्म को गार्ड,कम्प्यूटर ऑपरेटर्स आदि का ठेका दिया जाकर सेवाऐं ली जा रही हैं जो नियमानुसार गलत है। विभाग ने मंडी सचिव को यह भी निर्देश दिये कि बिना वैद्य लाईसेंस के निजी सुरक्षा कारोबार करना,नीजि सुरक्षा अभिकरण अधिनियम 2005 की धारा व धारा 20 के तहत गैर कानूनी एवं अनाधिकृत होने के साथ दण्डनीय अपराध भी माना गया हैं। उन्हे यह भी निर्देश दिये कि ऐसे अनाधिकृत सेवा प्रदाता नीजि सुरक्षा एवं सेवा प्राप्त कर्ता संस्थान के विरूद्ध पसार एक्ट 2005 के तहत कानूनी कार्यवाही एवं भारतीय दण्ड संहिता के फौजदारी प्रकरण की कार्यवाही की जा सकती है। इस कार्यवाही के लिए खुद मंडी सचिव को जिम्मेदार माना हैं। इसके बावजूद भी मंडी सचिव ने ठेकेदार पर पूरी मेहरवानी कर नियम कायदे कानून को धत्ता बताकर बोगस फर्म को कम्प्यूटर आपरेटर्स का ठेका दे दिया।  

मंडी सचिव ने निविदा संख्या निविदा/2020-21/1334-1345 दिनांक 21 सितम्बर 2020 को चौकीदार,कम्प्यूटर आपरेटर्स,किसान कलेवा एवं सफाई की निविदा आमंत्रित की गई। मंडी सचिव ने 2 अक्टूबर 2020 को संशोधित आदेश जारी किये। जिसमें बताया कि 2/10/2020 को खुलने वाली निविदा 6 अक्टूबर को 2 बजे तक खोली जाएगी। इसी दिन पुनः मंडी सचिव ने आदेश जारी किये कि उक्त खुलने वाली निविदा 6 अक्टूबर को 2बजे खुलेगी ।

यहां मजेदार बात यह हैं कि मंडी सचिव एवं सहायक लेखाधिकारी अजमेर कृषि उपज मंडी अनाज की चहेती बोगस फर्म अलर्ट सिक्यूरिटी सर्विस भीलवाडा तकनीकी बीड में असफल हो जाने के बाद भी मिलीभगत कर कम्प्यूटर आपरेटर्स को ठेका दे दिया गया। बोगस फर्म को गार्ड का ठेका देने के लिए पूर्व में जारी निविदा को निरस्त कर पुनःसंशोधित निविदा 30 सितम्बर 2020 को जारी की गई। जिसमे एक शर्त और जोड़ते हुए प्रोसेसिंग शुल्क के लिए 1000 के स्थान पर 500 रू. मांगे गये ।

मंडी सचिव द्वारा मांगी गई निविदाओं में कम्प्यूटर ऑपरेटर्स में 9 एवं 9 ही चौकीदार  निविदादाताओं ने भाग लिया। जिसमें 17 फर्में  तकनीकी बिड में मूल्यांकन जांच के पश्चात असफल रही। उसके बावजूद भी बोगस फर्म को ठेका दे दिया गया । मजेदार बात यहां यह भी हैं उक्त फर्म को मंडी सचिव एवं सहायक लेखाधिकारी ने नियमो को दरकिनार करते हुए टोंक मंडी सचिव का अतिरिक्त प्रभार होने के कारण टोंक मंडी में उक्त अपात्र फर्म को गार्ड का ठेका दे दिया।  जबकि निवाई में गार्ड के लिए केवल एक मात्र फर्म शिवम एक्स आर्मी कॉपरेटिव समिति.लि. ही पात्रता रखने के बाद भी मंडी सचिव ने ठेका नही दिया गया।

यहां यह भी उल्लेखनीय होगा कि मंडी के ठेकों के लिए कृषि उपज मंडी अनाज अजमेर में नियुक्त सहायक लेखाधिकारी मानसिंह मीना को ही अजमेर संभाग की कृषि उपज मंडियों में ऐसे ठेको के लिए जिम्मेदारी दी हुई है। जो चर्चा का विषय है। मंडी सचिव ने पुनः 14अक्टूबर को उन्ही कार्यो की निविदा निकाली गई। जिसकी खोलने की तिथि 20/10/20तय थी। उक्त निविदा में कम्प्यूटर ऑपरेटर्स के लिए 7 व 9 चौकीदारी में 10 निविदादाताओं ने भाग लिया । उक्त में एक मात्र शिवम एक्स आर्मी कॉपरेटिव समिति लि. ही पात्र पाई गई। फिर भी पात्रता को नज़र अंदाज कर ठेका बोगस फर्म को दे दिया गया।

मंडी में वर्तमान में 16 गार्ड एवं 16 कम्प्यूटर आपरेटर्स काम पर चल रहे हैं। यदि मौके पर सीसीटीव फुटेज देखा जाए एवं सिक्योंरिटी गार्डो की पहचान की जाए तो कुछेक ही गार्ड एवं आपरेटर ही मिलेगे मिलेगें। इनका सत्यापन उक्त गार्डो एवं कम्प्यूटर्स का भुगतान ठेकेदार द्वारा ऑनलाईन ट्रॉजेक्शन से किया गया होतो पता चल जाएगा। वही यहां नियुक्त गार्डो एवं कम्प्यूटर्स ऑपरेटर्स के इपीएफ एवं ईएसआई की नियमानुसार कटौति से हकीकत का पता चल जाएगा।

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