दिपोत्सव स्वागत के लिए मांडणों से कच्चे घरों को सजाने-संवारने में जुटी महिलाएं
ग्रामीण अंचल में आज भी प्रचलित है प्राचीन संस्कृति
रवि शर्मा
मालपुरा (सच्चा सागर) दीपोत्सव पर्व के स्वागत के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाएं रंग बिरंगे मांडणों की कला से कच्चे घरों को सजाने एवं संवारने में जुटी हुई हैं। गांवों में कच्चे घरों की सार संभाल करने में महिलाएं तन मन धन से जुटी हुई है । इस आधुनिकता के युग में भी ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी महिलाएं गोबर ,मिट्टी व गेरु से लीप कर घरों की सार संभाल की जाती हैं। भारतीय प्राचीन संस्कृति के प्रतीक मांडणों से महिलाएं लक्ष्मी के स्वागत सत्कार के लिए अपने कच्चे घरों को रंग बिरंगे मांडणों से सजा रही हैं।
