पत्थरबाज बाबू भाई गैंग का खुलासा
बंधी नहीं देने पर बसों पर करवाते थे पथराव , पकड़े गए बाबू भाई
एक बस से एक ट्रिप के ₹50 से 100 वसूली, रोज 35 हजार कलेक्शन, माह के 10 लाख, 4 गिरफ्तार
जयपुर (सच्चा सागर ) जयपुर पुलिस ने बाबू भाई गैंग का खुलासा किया है पुलिस ने जयपुर से सीकर रोड पर जाने वाली सभी निजी बसों से अवैध वसूली करने वाली गैंग के चार बदमाशों को पकड़ा है। यह गैंग पिछले 15 साल से चौमूं पुलिया पर यहां से रोज गुजरने वाली बसों से एक ट्रिप के 50 से 100 रुपए तक वसूली करती थी। रोजाना करीब 35 हजार और एक माह में 10 लाख रुपए वसूलते थे। जिस बस से रुपए नहीं मिलते उस पर पथराव करवाते थे। पुलिस ने पहली बार स्पाई कैमरों से स्टिंग कर इसका खुलासा करते हुए भगवान सिंह निवासी चांडी मकराना, श्यामवीर सिंह निवासी नीम का थाना सीकर, विक्रम सैन उर्फ विक्की निवासी नींदड़ हरमाड़ा व दिलीप सिंह निवासी रानोली सीकर को गिरफ्तार किया है। चारों जयपुर के अलग-अलग इलाके में रह रहे थे। पुलिस ने इनसे 45 हजार रुपए, चाकू और स्कॉर्पियो बरामद की है। एक आरोपी - राजेन्द्र उर्फ विजेंद्र फरार है। उसे पकड़ने • के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। पुलिस ने आरोपियों के बैंक खाते फ्रीज करवाकर ट्रांजेक्शन डिटेल भी मांगी है। मंगलवार को आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से 6 अप्रैल तक रिमांड न पर भेज दिया गया।
डीसीपी वेस्ट अमित कुमार ने बताया कि गोपनीय सूचना मिली कि चौमूं पुलिया पर एक गैंग लंबे समय से सक्रिय है और निजी बसों से वसूली कर रही है। र इस पर भांकरोटा थाने के सब इंस्पेक्टर व सुरेन्द्र सिंह के नेतृत्व में कांस्टेबल सागर न व नीरू पांडे, तकनीकी शाखा के दिनेश, राजमहेन्द्र, श्रीराम, सुनील, बीरबल व दयाराम को लगाया। टीम ने दो दिन तक आरोपियों की पूरी गतिविधियों को स्पाई कैमरों की मदद से रिकॉर्ड किया। इसमें सामने आया कि शहर की तरफ से जाने क वाली बस के चौमू पुलिया पर रुकते
45 हजार रुपए, चाकू और स्कॉर्पियो जब्त
आरोपियों के खिलाफ झोटवाड़ा थाने में केस दर्ज कर मामले की जांच चित्रकूट थाने के सब इंस्पेक्टर विमलेश को दी है। मामले की पूरी जांच एडिशनल डीसीपी आलोक सिंघल के सुपरविजन में की जा रही है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से एक स्कॉर्पियो और चाकू भी जब्त किया है। बताया जा रहा है कि बदमाश रात को सीकर रोड पर ही घूमते रहते हैं। बस वाले पैसे नहीं देते तो पहले चाकू दिखाकर डराते, फिर भी नहीं देते तो सुनसान जगह पत्थर फिंकवाते थे। पुलिस गिरोह के सरगना को तलाश रही है
15 साल से कर रहे थे:-
जिस बस से रुपए नहीं मिलते गैंग के सदस्य उसे सवारियां नहीं बैठाने देते थे। चौमूं और सामोद के आस-पास सुनसान जगह पत्थर फेंककर बस के कांच तोड़ देते थे। टीम के जवानों ने बसों में सवार होकर यात्रा कर चालक और कंडक्टरों से पूछताछ की तो सामने आया कि ये गैंग 12-15 साल से वसूली कर रही है। टीम ने सबसे पहले श्यामवीर को पकड़ा। उसने पूछताछ में बताया कि गिरोह से और भी लोग जुड़े हैं। श्यामवीर पैसे वसूलकर भगवान सिंह को देता था और दिलीप सिंह वसूली कर विजेन्द्र को देता था।
गैंग ने 3 पारियों में लगा रखे वसूली वाले... डीसीपी अमित कुमार ने बताया कि टीम ने 28 व 29 मार्च को आरोपियों की संपूर्ण गतिविधि
रिकॉर्ड की। इसके बाद 15 रिकॉर्डिंग का एनालिसिस कर आरोपियों की पहचान की। गैंग ने वसूली के लिए तीन पारियों में लोगों को लगा रखा था। प्राथमिक जांच में सामने आया कि ये रोजाना करीब 30 हजार रुपए वसूल रहे थे। अब तक की जांच के अनुसार पूरे गिरोह को भगवान व विजेंद्र द्वारा चलाया जा रहा है। बाकी साथियों की पहचान करवाई जा रही है।
कार्रवाई की सूचना वायरल होते ही मिलने लगी शिकायतें
मंगलवार को जैसे ही कार्रवाई की सूचना वायरल हुई पुलिस के पास अलग अलग जगह इस तरह के गैंग सक्रिय होने की सूचना मिलने लगी। सिंधी कैंप बस स्टैंड के आस-पास भी ऐसे कई गैंग सक्रिय होना बताया। अजमेर रोड, दिल्ली रोड व आगरा रोड रूट पर जाने वाली बसों से भी वसूली की सूचना मिली। पुलिस टीमें इस बात की तस्दीक कर रही है।
सबसे ज्यादा बसें इसी रूट से गुजरती हैं....
जयपुर से बाहर जाने वाली सबसे ज्यादा बसें इसी रूट से गुजरती हैं। इस रूट से सीकर, चूरू, झुंझुनूं, बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, हरियाणा और पंजाब जाने वाली बसें गुजरती हैं। सभी बसें चौमूं पुलिया रुकती हैं। ऐसे में बदमाशों ने पुलिया को ही वसूली का अड्डा बना रखा था ।