2500 क्विंटल सरसों में 400 क्विंटल मिट्टी मिला सरकारी खरीद में खपाई मिलावटखोरों ने मिट्टी और केमिकल से बनी सरसों सरकारी खरीद में खपा दी। 2500 क्विंटल में 400 विवंटल मिट्टी और केमिकल से बनी कसरसों मिलाकर बेच दिया। पुलिस । ने गुरुवार को 6 लोगों को गिरफ्तार ■ किया। इनके पास से मशीनें, विद्युत - मोटर, छलनी सहित अन्य सामान जब्त किया गया है। डीएसपी राजेंद्र सिंह ने बताया कि नेफेड जयपुर के राज्य प्रमुख महेंद्र सिंह रावत ने जनवरी में खैरथल थाने में मामला दर्ज कराया था। उनका कहना था कि नेफेड द्वारा विभिन्न क्रय विक्रय सहकारी समिति ने किसानों से 5000 कट्टे सरसों की खरीद की थी। हर कट्टे में 50 किलो के हिसाब से 2500 क्विंटल सरसों की खरीद की गई। मिलवट खोरों ने हर कट्टे में 10 किलो मिट्टी की मिलावट की।
राज्य भंडार गृह खैरथल भेजी गई टीम ने संयुक्त जांच की। मामले की जांच डीएसपी राजेंद्र सिंह कर रहे हैं। पुलिस ने माधो चौधरी निवासी खेड़ी रामगढ़, उन्नस खान निवासी डहरा का बास अलवर,
साहिल खान निवासी बझेड़ी गोविंदगढ़, सुरेश यादव निवासी धन खेड़ा अलवर, ओमप्रकाश
निवासी बांबोली अलवर व सुरेश चौधरी निवासी अलवर को गिरफ्तार किया है।
समिति का संविदा कर्मचारी भी शामिल
माधो चौधरी, क्रय विक्रय सहकारी समिति रामगढ़ का संविदा कर्मचारी है। यह कट्टों में नकली सरसों की मिलावट का काम करता था। आरोपी सुरेश यादव अपने घर धनखेड़ा में तीन मशीनों से नकली सरसों बनाता था। इसका सहयोग ओमप्रकाश व सुरेश चौधरी थे। यह नकली सरसों को आरोपी संविदा कर्मी माधो चौधरी को बेचते थे। उन्नस खान असली सरसों के कट्टों को ट्रक से उतारकर नकली सरसों भरता था। साहिल खान क्रय विक्रय समिति रामगढ़ से वेयर हाउस खैरथल पर सरसों को ट्रक में लोड करता था।
वर्षों से मंडियों में खपा रहे थे नकली सरसों
मशीन और छलनी के जरिये चिकनी मिट्टी से सरसों के आकार के दाने तैयार किए जाते हैं। इन्हें केमिकल पॉलिश से सरसों जैसा रंग का बना दिया जाता है। केमिकल में कुछ मात्रा में तेल भी होता है। सालों से यह धंधा आरोपियों द्वारा किया जा रहा था।