*कुटरचित दस्तावेज पेशकर ग्राम पंचायत से फर्जी पट्टा बनवाने वाले के खिलाफ धोखाधडी का मुकदमा दर्ज*
आरोपी ने पहले तो पुस्तेनी और बाद में फर्जी स्टाम्प देकर खरीदना बताया
निवाई उपखण्ड क्षेत्र की ग्राम पंचायत नोहटा में कांटोली गांव
का एक गंभीर मामला सामने आया है जिसमें ग्राम पंचायत प्रशासन की आंखों में धूल झोंक कर एक आदमी ने फर्जी पट्टा जारी करवा लिया जिसके विरुद्ध ग्राम पंचायत ने मुकदमा दर्ज करवाया है पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है प्राप्त जानकारी के अनुसार कांटोली निवासी एक जने ने कूटरचित दस्तावेज पेश कर फर्जी पट्टा बनवाने को लेकर आरोपी के खिलाफ ग्राम पंचायत सरपंच व ग्राम विकास अधिकारी ने धोखाधडी का मामला दर्ज करवाया है।दत्तवास थाना पुलिस ने बताया कि श्योराज पुत्र कालूराम मीणा निवासी कांटोली ने 4 सितंबर 2022 को ग्राम पंचायत नोहटा के समक्ष एक प्रार्थना पत्र पेश किया। प्रार्थना पत्र में स्पष्ट लिखा था कि मेरा पुश्तैनी मकान ग्राम कांटोली में स्थित है। जिसमें में 27 साल से रहता आ रहा हूं। पंचायत मुझे उसका पट्टा जारी करें। उस शपथ पत्र के आधार पर ग्राम पंचायत नोहटा में पट्टा संख्या 166, 6 अक्टूबर 2022 को श्योराज मीणा के नाम जारी कर दिया। जिसकी साइज 47 गुणा 29 कुल क्षेत्रफल 151 पॉइंट 44 का जारी किया गया।
जिस पर 16 जनवरी 2023 को गोविंदनारायण मीणा ने भी प्रार्थना पत्र पेश कर ग्राम पंचायत नोहटा को बताया कि यह मकान मैंने रामस्वरूप गुर्जर, रामजीलाल गुर्जर व श्योप्यारी गुर्जर से खरीदा है। जिसकी रजिस्ट्री मेरे नाम है। मैंने यह प्लाट मकान 70 हजार रूपए में खरीदा था। जिसका पेमेंट मैंने रामस्वरूप गुर्जर को ऑन रिकॉर्ड दिया है।नोहटा ग्राम पंचायत के ग्राम विकास अधिकारी जितेन्द्र धाकड़ ने बताया कि इस पर पंचायत ने टीम गठित कर जांच करवाई तो जांच में सामने आया की श्योराज मीणा ने पहले प्रार्थना पत्र में इस मकान को खुद का पुस्तेनी बताया था और 27 साल से रहना बताया था। बाद में जब कागज मांगे तो उसने 2018 में खरीदने का एक ₹100 का फर्जी स्टाम्प पेश किया। दोनों के कागज व गोविंदनारायण मीणा की रजिस्ट्री की गहनता से जांच करने से पता चला कि यह मकान गोविंदनारायण मीणा का खरीदा हुआ है। जिसका मालिकाना हक सम्पूर्ण गोविंदनारायण मीणा का है।
जिस पर ग्राम पंचायत नोहटा ने 19 जनवरी 2023 को ग्राम पंचायत कोरम की बैठक कर सम्पूर्ण कोरम ने निर्णय लिया कि पंचायत के साथ धोखाधड़ी कर श्योराज मीणा ने गोविंदनारायण मीणा के मकान का पट्टा जारी करवा लिया है। जिस पर सम्पूर्ण कोरम कि सहमति से पट्टे को निरस्त करने का निर्णय लेकर निवाई पंचायत समिति विकास अधिकारी रानू इंकिया व जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल को पत्र लिखा गया।
इसके बाद श्योराज मीणा के नाम से फर्जी पट्टा संख्या 166 को ग्राम पंचायत में जमा कराने के लिए दो बार नोटिस भेजे गए, लेकिन श्योराज मीणा ने ग्राम पंचायत में पट्टा जमा नहीं करवाया और ना हीं किसी भी प्रकार का कोई जवाब दिया। इस पर ग्राम पंचायत नोहटा ने फिर से कोरम की बैठक बुलाई और बैठक में सम्पूर्ण ग्राम पंचायत के वार्ड पंच, उपसरपंच, सरपंच काली देवी बैरवा व ग्राम विकास अधिकारी जितेन्द्र धाकड़ ने सर्व सहमति से पट्टा निरस्त करने की कार्यवाही की।
हाल ही में 27 जनवरी 2023 को ग्राम पंचायत नोहटा की ओर से उक्त प्रकरण को लेकर दत्तवास पुलिस थाने में धोखाधड़ी व जालसाजी करने का मुकदमा दर्ज करवाया हैं। पुलिस ने इसके साथ ही उक्त मकान के सम्पूर्ण दस्तावेज जो जांच में फर्जी पाए गए थे, वह भी थाने में जमा करवाएं गए हैं व गोविन्द नारायण मीणा के नाम से रजिस्टर्ड समस्त दस्तावेज जिससे यह साबित होता है कि यह मकान गोविन्द नारायण मीणा का है, इसके दस्तावेज भी पुलिस थाने में जमा करवाए गए।
जिस पर दत्तवास पुलिस ने षड्यंत्रकारी श्योराज मीणा के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471 में मुकदमा दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया है। साथ ही ग्राम पंचायत नोहटा और पीड़ित परिवादी गोविन्द नारायण मीणा की ओर से षड्यंत्रकारी श्योराज मीणा के कूटरचित दस्तावेजों का खुलासा करने के बाद अचानक से खलबली मच गई है।
