पलाई,
पलाई क्षेत्र की ग्राम पंचायत बोसरियां के गांव गणित्या ढ़ाणी आजादी के 73साल बाद भी विकास से अछूता बन कर विकास की बाट जोह रहा था। लेकिन आजादी के बाद कितनी सरकारें आईं ओर गईं। लेकिन ग्रामीणों को आश्वासन के पुलिंदे के अलावा कुछ भी नहीं मिला। विकास को तरसते-तरसते पीढ़ियां गुजर गई। फिर भी विकास नहीं हुआ। आजादी के73 वर्ष बाद पहली बार इस ढ़ाणी से बोसरियां पंचायत में प्रेम देवी मीणा सरपंच बनी। अपनेऔर आस पास के गांवों में विकास के लिए कदम बढ़ाया और समस्याओं से जूझ रहे ग्रामीणों की तरफ अपना ध्यान दिया। सरपंच प्रेम देवी मीणा नेगणित्या,लक्ष्मीपुरा,हुकमपुरा सहित कई गांवों में सड़कों का जाल बिछाना शुरू किया।जिसकी बदौलत आजादी के 73 वर्ष बाद गांव में सड़क बनाने की ओर प्रयास हुआ है। समाज सेवी सागर मीणा, वार्ड पंच समोदरा,धनराज मीणा, प्रकाश,रामदेव मीणा, रामसिंह मीणा, मुकेश, हनुमान बैरागी, दामोदर गुर्जर, राधेश्याम गुर्जर, हंसराज गुर्जर, मुकेश सैनी, विनोद सैनी, राकेश सैनी सहित ग्रामीणों का कहना है कि हम किचड़,गड्डों, मच्छरों सहित कई समस्याओं से वर्षों से परेशान थे। लेकिन बोसरियां सरपंच प्रेम देवी मीणा के प्रयास के चलते सड़कों के निर्माण से समस्याओं से निजात मिल पाई है। वहीं गणित्या ढ़ाणी में पहली बार सड़क का निर्माण होने से आज ग्रामीणों की आंखों में विकास के चलते हुए चमक आई है और 73साल बाद विकास से ग्रामीणों ने चैन की सांस ली हैं।
