लोकेश कुमार गुप्ता
चाकसू (सच्चा सागर) चाकसू गो सेवा परिवार समिति के प्रयास से संचालित श्री कामधेनु गोशाला में लगभग 200 से उपर गोवंश का व्यवस्थानुसार पालन पोषण हो रहा है।गो सेवकों के समर्पित भाव, निस्वार्थ सेवा को देखते हुए जन सामान्य का गोशाला की तरफ रूझान हुआ है। कोरोना महामारी के फैलते प्रकोप के कारण मार्च महिने से ही अधिकांश धर्म प्रेमी परिवार
अपने परिवार में मनाए जाने वाले जन्मोत्सव एवं मृत परिजनों की स्मृति में गोशाला पहुंच कर गो सेवा करने के साथ यथाशक्ति समर्पण भी करने लगे हैं। कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ता देख विधायक वेदप्रकाश सोलंकी ने गोशाला का अवलोकन करते हुए गोभक्तो को विश्वास दिलाया कि उनको गोशाला के लिए काम आ रही भूमि का विधिवत आवंटन भी करवाएंगे तथा अन्य मूलभूत जरूरतों की आपूर्ति में सहयोग करेंगे। जानकारी के अनुसार विधायक अपने वादे की पूर्ति के लिए सतत प्रयत्नशील है।एक ऐसा भी समर्पित गोभक्त जिसकी सतत प्रेरणा से चाकसू में इस गौशाला का प्रादुर्भाव हुआ है वह है चाकसू निवासी कमलेश शर्मा जो अहर्निश नंगे पाव बिना पदवेश के गो सेवा में लगे हुए हैं।कस्बे की गली गली, मोहल्लों से गो ग्रास संग्रहण का कार्य कर रहे हैं।एक वाहन पर स्वयं संचालन करते हुए गो ग्रास संग्रह करते मिल जाएंगे। इस कार्य के लिए कमलेश ने सबकुछ त्याग दिया है एवं गो सेवा में बरसों से विभिन्न संस्थाओं के माध्यम से जुडे हुए हैं। कस्बे के महिला-पुरुष,बालक बालिकाओं द्वारा अब उनको कमल महाराज के नाम से पुकारा जाने लगा है।यह उनकी पहचान बन चुकी है।लोग कहते हैं ऐसा गोभक्त धन्य है। इनके सतत प्रयास से कामधेनु गौशाला अपनी गोसेवा एवं व्यवस्था के मामले में प्रशंसा के केन्द्र बन चुकी है।गो सेवा समिति के सदस्य रामावतार सैनी,लालाराम सैनी,बुद्धिप्रकाश शर्मा, भागचंद शर्मा,महेश पटेल,मोहित अग्रवाल,आशीष गुप्ता सहित अन्य लोग इनके समर्पण भाव की मुख्यत कंठ से प्रशंसा करते रहते हैं।
फोटो-चाकसू में गो ग्रास संग्रह करते गोभक्त कमलेश महाराज
