लोकेश कुमार गुप्ता
चाकसू (सच्चा सागर )सभी जिले की आशा सहयोगिनियों ने मिलकर प्रदेश अध्यक्ष निर्मला सैन की अध्यक्षता मे मिटींग आयोजित की ।आगे की रणनीति बनाने के लिए सभीआशा सहयोगिनियों की सहमति से आगे की कार्य योजना बनाई गई।कार्यकारिणी के अनुसार सभी जिले से आई हुई आशाओं ने अपना पूरा सहयोग दिया ।मिटींग मे सर्व सम्मति से फैसला लिया की आने वाली 19 अक्टूबर को सभी जिले की आशा सहयोगिनियों ने मिलकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अपनी मांगो को लेकर अल्टीमेटम ज्ञापन सौपेगी ।जिसमे कार्य बहिष्कार की घोषणा के साथ मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर मानदेय बढ़ाने, राज कर्मचारी घोषित करने एवं किसी एक विभाग के तहत कार्य कराने की मांग की जायेगी।आशा सहयोगी ने कहा कि राजस्थान के सभी जिले में महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य के लिए कम से कम मानदेय पर हजारों आशा कार्यकर्ता है। जो वर्तमान समय में भी कोरोना जैसी महामारी में हजारों आशाओं ने अपने क्षेत्र में कार्य किया ।सरकार में आने से पूर्व मुख्यमंत्री ने हमें आश्वासन दिया था कि संविदा कर्मी (संबंधित आशा सहयोगिनी )को स्थाई किया जाए ।किंतु 2 वर्ष पूरे हो जाने पर भी केवल सूचनाओं का आदान प्रदान हो रहा है इसी को लेकर सभी आशा सहयोगीनियो मे निराशा हो रही है आशा सहयोगीनियो ने कहा है कि हमारी मांगे मुख्यमंत्री तक पहुंचे जिससे मुख्यमंत्री द्वारा किए गए वादों को पूरा कर सकें।प्रदेश अध्यक्ष आशा सहयोगिनि निर्मला सैन ने बताया कि दो विभाग चिकित्सा और महिला एवं बाल विकास विभाग के तहत कार्य करना पड़ रहा है।जिससे उन्हें कार्य करने में परेशानी होती है। ज्ञापन में राज्य कर्मचारी को मिलने वाली सभी सुविधाएं आशा सहयोगिनियों को भी उपलब्ध कराने की मांग की जायेगी। सभी जिले की आशा सहयोगिनियों ने मांग की है कि आशा सहयोगियों को नियमित कर मानदेय 25 हजार रुपए किया जाए। सरकार को इनकी सेवाओं को देखते हुए एक ही विभाग में रखा जाए। मांगें पूरी नहीं होने तक आशाओं ने आने वाली 3तारीख से अनिश्चितकाल कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी है। अन्य जो भी जिले हैं जो इस वक्त हड़ताल पर हैं और जो हड़ताल पर नहीं है संबंधित आशा सहयोगिनी ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिया गया कार्य निरंतर रूप से कार्य पूर्ण किया है जिसके अंतर्गत आशाओं को क्लेम फॉर्म द्वारा इंसेंटिव दिया जाता था जो सरकार ने 2 माह से रोक रखा है सरकार से निवेदन भी किया है कि उनका रोका गया पैसा सभी जिलों की संबंधित आशाओं को दिया जावे।अलवर, कोटा, उदयपुर, अजमेर, इन जिलों में अपनी उपस्थिति थी एवं कुछ जिलों समय की कमी के कारण नहीं पहुंचने की वजह से उन्होंने फोन पर अपनी सहमति दी, चूरू,बारा, नागौर, दौसा,पाली एवं जयपुर संबंधित ब्लॉक चाकसू, सांगानेर,दूदू,बिचुन,आमेर,चौमू,लालसोट, कोटखावदा,इन्होने अपनी अपनी, राय एवम् सहमति दी। मिटींग मे सभी जिले की आशा सहयोगिनी मौजूद रही
