60 साल के इतिहास मे रामलीला की बजाय बनेठा मे शुरू हुआ अखंड रामायण पाठ नौ दिवस तक रामलीला रंगमंच पर अखंड ज्योत जलाकर अनवरत रामायण पठन

 

राजेश सैन




बनेठा (सच्चा सागर )उपतहसील मुख्यालय पर श्री कला कीर्तन मंडल के तत्वावधान मे हर साल आयोजित होने वाली रामलीला 60 साल के इतिहास मे पहली बार कोरोना के कारण आयोजित नही हुई लेकिन इस अनवरत क्रम को जारी रखते हुए कस्बे मे श्री कला कीर्तन मंडल द्वारा शनिवार को आचार्य अनिल शास्त्री के वैदिक मंत्रोच्चार के साथ समाजसेवी ओमप्रकाश मीना ने नवरात्र मे रामलीला रंगमंच पर ही सजावट के साथ अखंड ज्योत जलाकर शुभारंभ किया वही मंडल अध्यक्ष शंकर चौपदार, विनोद कुमार शर्मा ,गजेन्द्र शर्मा, ओम प्रकाश बारेठ सहित अनेक सदस्यो के सानिध्य मे अखंड रामायण पाठ का पठन शुरू किया गया । । गौरतलब है कि कस्बे मे 1961 मे नवरात्र के दौरान पहली बार आजाद चौक मे रामलीला का मंचन स्थानीय कलाकारो द्वारा किया गया था तब से लेकर आज तक लगातार हर साल रामलीला मंच पर नवरात्र के दौरान रामलीला का मंचन स्थानीय कलाकारो द्वारा किया जाता रहा है मगर इस बार कोरोना महामारी के कारण रामलीला का मंचन नही किया जा रहा है । मंडल के पदाधिकारी विनोद शर्मा ने बताया कि नवरात्र के दौरान रामलीला मंच पर रामलीला का आयोजन नही करके परम्परा का निर्वहन करते हुए अखंड ज्योत जलाकर नौ दिवस तक अखंड रामायण पाठ का पठन किया जा रहा है  ।


60 साल पहले हुई थी शुरूआत 


कस्बे मे सन 1961 मे पहली बार आजाद चौक मे स्थानीय लोगो द्वारा रामलीला का मंचन शुरू किया गया था । तब उस जमाने मे दूर दूर से गांवो के लोग रामलीला को देखने के लिए आया करते थे उसके बाद जनसहयोग से तेजाजी के चौक मे रामलीला का रंगमंच तैयार किया गया और तब से लेकर आज तक अश्विन नवरात्र मे नौ दिन तक लगातार रामलीला का मंचन अनवरत जारी रहा है । ज्ञात रहे कि एक बार स्थानीय कलाकारो द्वारा जिला मुख्यालय पर गाँधी पार्क मे श्री कला कीर्तन मंडल के द्वारा रामलीला का मंचन किया गया था जिसकी जमकर प्रशंसा हुई थी ।

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