लोकेश कुमार गुप्ता
चाकसू(सच्चा सागर)आंगनवाड़ी केंद्र वार्ड नं 12 पाठशाला पर पोषण मेले का आयोजन हुआ। साथ ही पुष्टाहार से बने व्यंजनों की प्रदर्शनी भी लगाई गई।पोषण माह के तहत आंगनवाड़ी केंद्र पर सुपोषण स्वास्थ्य मेला लगा। इन मेलों में सभी लाभार्थी समूह जैसे किशोरी, गर्भवती माताएं, धात्री माता व शून्य से लेकर छह वर्ष तक के बच्चों का टीकाकरण एवं स्वास्थ्य की जांच की जानकारी दी गई। मेले का आयोजन संयुक्त रूप से स्वास्थ्य विभाग एवं बाल विकास की सीडीपीओ निरू सांखला से किया गया। सीडीपीओ निरू सांखला ,महिला पर्वक्षक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सामाजिक दूरी बनाते हुए उपस्थित हुई वहीं मेले में स्वास्थ्य जांच के उपरांत आयरन फोलिक एसिड कैल्शियम व अन्य दवाओं के बारे मे समझाया गया । आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा उन बच्चों का वजन भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के द्वारा लिया गया ।आंगनबाड़ी केंद्र वार्ड नं 12 मे स्वास्थ्य मेले का आयोजन हुआ। साथ ही पुष्टाहार से बने व्यंजनों की प्रदर्शनी भी लगाई गई। इस दौरान बच्चों को हाथ धोने का तरीका बताया गया। हाथ धोने के लिए बच्चों को सलाह दी गई। महिला पर्वक्षक मंजू पाठक ने बताया कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा पुष्टाहार से बने व्यंजनों की प्रदर्शनी भी लगाई गई। साथ ही पुष्टाहार के महत्व को भी बताया गया।आंगनबाड़ी कार्यकर्ता रचना शर्मा ने पौषण मेले की महत्वता बताते हुए बताया कि ग्रभ धात्री व बच्चों की माताएं भी पोषण मेले मे उपस्थित हुई पोषण मेले की महत्वता बताते हुए बताया कि गर्भाशय के समय ही बच्चे के संपूर्ण विकास हो जाता है इसलिए गर्भवती महिलाओं को गर्भाशय के समय संपूर्ण आहार लेना चाहिए 7 माह से 6 वर्ष के बच्चों को भी संपूर्ण पोस्टिक आहार देना चाहिए जैसा कि हरी सब्जी , दाल ,दूध ,दलिया संपूर्ण आहार खानपान समुचित मात्रा में लेना चाहिए धात्री माताओं को छह माह तक बच्चे को सिर्फ स्तनपान करवाने की सलाह दी गई आंगनबाड़ी कार्यकर्ता रचना शर्मा ने बताया की पोषण मेले मे व्यंजनों मे हलवा ,खिर ,पुलाव,पोये ,दलिया ,खिचड़ी ,राबड़ी ,भेलपुरी सहित कई व्यंजनों की प्रदर्शनी लगाई गई ।सभी आंगनबाड़ी केंद्र की कार्यकता मौके पर मौजूद रही ।

